एक बार फिर KGF Chapter-2 अपने दमदार अंदाज में सुपरस्टार यश और कई बड़े कलाकारों के साथ बॉक्सऑफिस में आप सभी के मनोरंजन के लिए लग गयी है। फिल्म को लेकर जबरदस्त हाइप है। कई बार हमने देखा है कि सीक्वेल उम्मीदों पर खरे नहीं उतरते हैं। लेकिन केजीएफ चैप्टर 2 उम्मीदों पर खरा उतरा है।
फिल्म दस हज़ार स्क्रीन पर रिलीज़ हुई है और रिलीज़ के पहले ही दिन कई बड़े रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं।
स्टोरी लाइन- ये कहानी मां की जिद की कहानी है, मां जो अपने बेटे को दुनिया से लड़ना सीखती है , मां जो चाहती है की उसका बेटा गरीबी से निकल कर पूरी दुनिया पे राज़ करे। और उसी जिद को पूरी करने के लिए वो बेटा हर हद को पार कर लेता है।
परफॉर्मेंस- इस फिल्म में हर एक्टर ने काबिले तारीफ अदाकारी दी है। रॉकी भाई के रूप में यश ने फिर से धमाकेदार परफॉर्मेंस दी है । रॉकी भाई एक ऐसा किदार बन चूका है जो आने वाले वर्षों में दर्शकों के साथ रहेगा – स्वैग और हेरोइस्म से भरा हुआ, उसका स्टाइल , ऐटिटूड सभी एक अलग स्तर पर थे। रमिका सेन के रूप में रवीना टंडन ने मुझे काफी प्रभावित किया। रवीना की खुबसुरती , संवाद अदायगी, जिस तरह से उन्होंने खुद को फिल्म में ढोया, वह कबिलये तारीफ है। संजय ने एक आदर्श प्रतिपक्षी की भूमिका निभाई है संजय दत्त के अलावा अधीरा के रूप में किसी के बारे में सोच ही नहीं सकते। और हाँ, संजय दत्त की शक्षीयत और दबंग चाल के तो क्या ही कहने ! अन्य किरदार भी शानदार थे.. श्रीनिधि शेट्टी, अच्युत कुमार, प्रकाश राज और बाकी सभी किरदार बहुत अच्छे थे।
कहानी, पटकथा और निर्देशन – पहला भाग अच्छा था लेकिन उसमे रॉकी की टक्कर का कोई नहीं था जिससे फिल्म में गहराई की कमी थी। चैप्टर 2 कहानी को आगे ले जाता है और इसमें वे सभी चीज़ें हैं जो कहीं न कहीं चैप्टर 1 में मिसिंग थी। इसमें रॉकी के चरित्र के अलग अलग रंगों को भी दिखाया गया है . इसमें एक विरोधी है जो वास्तव में रॉकी को चुनौती दे सकता है। रॉकी अब अजेय नहीं है, उसके पास भी भावनाएं हैं और वह कई पात्रों से घिरा हुआ है जो नहीं चाहते कि वह सफल हो। उसका जीवन परेशानियों से भरा है और कैसे वह उन सभी का सामना करता हैं जो केजीएफ को उससे छीनना चाहते हैं। इसके अलावा निर्देशक प्रशांत ने एक सराहनीय काम किया है और उम्मीदों पर खरा उतरा है। फिल्म तेज गति से चलती है और प्रशांत ने हर फ्रेम को इस तरह से स्टाइल किया है कि आपको ऐसा लगे कि आप फिल्म की दुनिया का हिस्सा हो । हालांकि फिल्म लगभग 3 घंटे लंबी है लेकिन यह आपको बांधे रखेगी।
एक्शन – पहले पार्ट में अच्छे एक्शन सीक्वेंस थे लेकिन इस बार मेकर्स ने बेहतर काम किया है और इसमें एक्शन सीक्वेंस बड़े ही बेहतरीन और लाजवाब हैं।
फिल्म देखें या नहीं ?
अगर आपको यह फिल्म एंटरटेनमेंट पर्पस से देखनी है तो हां , फिल्म एंटरटेनमेंट, एंटरटेनमेंट और एंटरटेनमेंट है जिसमे बहुत सारा एक्शन थ्रिलर , ड्रामा , शानदार डॉयलोग्स और थोड़ा सा रोमांस भी है।
और हां पोस्ट क्रेडिट सीन्स देखना मत भूलना।
ककेजीएफ 2 की जितनी हाइप है उस हिसाब से देखना ये होगा की यह फिल्म अपने नाम कौन कौन से रिकॉर्ड करती है। और क्या ये फिल्म बाहुबली के अखिल भारतीय यानी पैन इंडिया रिकॉर्ड को तोड़ पाती है या नहीं।
संवाद 365 , ज्योत्सना थपलियाल