श्रीलंका की राजनीति में भाई-भाई का बोलबाला… राष्ट्रपति बना छोटा भाई तो बड़ा भाई बना पीएम

November 21, 2019 | samvaad365

कोलांबो: महिंदा राजपक्षे ने गुरुवार को श्रीलंका के नए प्रधानमंत्री के रुप में शपथ ली। इससे पहले बुधवार को महिंदा राजपक्षे के छोटे भाई और श्रीलंका के नए राष्ट्रपति गोताबाया राजपक्षे ने अपने बड़े भाई महिंदा राजपक्षे को देश का नया प्रधानमंत्री बनाए जाने के लिए नामित किया था। जिसके बाद श्रीलंका के साथ साथ शायद दुनियाभर में ऐसा पहली बार हुआ है जब एक भाई पीएम और दूसरा भाई राष्ट्रपति के पद पर हैं। आपको बता दें कि महिंदा राजपक्षे को प्रधानमंत्री पद के लिए नामित किए जाने का यह फैसला रानिल विक्रमसिंघे के पद से इस्तीफा दे दिए जाने के बाद लिया गया।

दरअसल, रानिल विक्रमसिंघे ने बयान जारी कर कहा है कि उन्होंने राष्ट्रपति गोताबाया से मंगलवार को मुलाकात की और श्रीलंका की संसद के भविष्य पर चर्चा की थी। उन्होंने कहा कि संसद में उनकी सरकार को अभी भी बहुमत हासिल है और उन्होंने राष्ट्रपति चुनाव में राजपक्षे को मिले जनादेश को देखते हुए पद छोड़ने का फैसला किया है। उनके कार्यालय ने बुधवार को कहा, राष्ट्रपति चुनाव में सत्तारूढ़ दल के उम्मीदवार के गोताभाया राजपक्षे से हारने पर यह कदम उठाया है। बहरहाल, श्रीलंका की राजनीति में देश के दो प्रमुख पद राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री पद पर दो भाई कब्जा जमा चुके हैं। जो शायद दुनियाभर के राजनीतिक इतिहास में पहली बार है।

गोटाबाया राजपक्षे
1. 1971 में सेना में हुए भर्ती।
2. मद्रास विश्वविद्यालय से रक्षा मामलों में पीजी डिग्री ली।
3. अमेरिका में आईटी पेशेवर के रूप में भी काम किया।
4. 2005 में श्रीलंका के रक्षा सचिव बने।

महिंदा राजपक्षे
1. 2005 से 2015 तक श्रीलंका के राष्ट्रपति।
2. कोलंबो के लॉ कॉलेज से स्नातक।
3. 24 साल की उम्र में सबसे युवा सांसद बने थे।
4. श्रम-मत्स्य पालन मंत्री रहे।

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संवाद365/काजल

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