धनोल्टी: कहते है मन में कुछ कर गुजरने की चाहत हो तो मंजिल भी पास आ जाती है. यही कर दिखाया है टिहरी जनपद के विकासखण्ड जौनपुर थत्युड के पट्टी दशजुला भंसवाडी गांव की बेटी अमिषा चौहान ने अमिषा ने दुनिया की सबसे बडी चोटी माउंट एवरेस्ट पर चढ़कर जौनपुर ब्लाक और उत्तराखण्ड के साथ ही देश का नाम भी रौशन किया है.
अमिषा चौहान माउंट किलीमंजारों पर भी चढाई कर चुकी हैं और वो इसपर चढ़ाई 54 घण्टे मे पूरी करने वाली भारत की पहली महिला बन गई है. अमिषा ने चढ़ने में 34 व उतरने मे 20 घण्टे का समय लिया था. आपको बता दे कि 23 मई 2019 को सुबह 8.20 मिनट पर अमिषा ने भारत के झण्डे को दुनिया की सबसे बडी चोटी पर फहराया इस बीच अमिषा घायल भी हुई थी. अमिषा के पिता सूबेदार मेजर रविन्द्र चौहान है जो वर्तमान मे देहरादून मे रहते है. अमिषा ने इससे पूर्व भी कई शिखरो को फतह किया है.
अमिषा ने मुख्यमन्त्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत से मुलाकात की मुख्यमन्त्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत अमिषा को शुभकामनाए दी व अपने फेसबुक पेज पर उत्तराखण्ड की सभी बेटियो के लिए अमिषा चौहान को प्रेरणा बताया.वंही दूरभाष पर अमिषा चौहान के भाई दीपक चौहान ने हमारे संवाददाता सुनील सजवाण को बताया की अमिषा बचपन से ही पढाई के साथ खेलो मे भी होनहार थी. घर के सहयोग के साथ व गुरूजनो के सहयोग के साथ आज अमिषा ने देश व उत्तराखण्ड का नाम रोशन किया.
(संवाद 365 / सुनील सजवाण)
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