जनपद में शारदीय नवरात्रि प्रारंभ हो गया है।इसी कड़ी में मां दुर्गा की प्रतिमा का कारीगरों के द्वारा सजाने सवारने का कार्य प्रारंभ कर दिया है।वही जिला प्रशासन के आदेश के द्वारा मां दुर्गा की प्रतिमाओं का 3 से 5-6 फीट की मूर्ति बनाने के लिए आदेश किया गया हैं।जिसके बाद मूर्ति कलाकारों ने मां दुर्गा की प्रतिमाओं सहित गणेश प्रतिमा सरस्वती प्रतिमा, कार्तिकेय प्रतिमा व लक्ष्मी जी की प्रतिमा का अंतिम रूप देने में कारीगर लगे हुए हैं जनपद में कई स्थानों पर दुर्गा पंडाल लगाकर मां दुर्गा की प्रतिमाओं को स्थापित किया जा चुका है।
वही कलकत्ता से आए हुए मूर्ति कलाकारों का कहना है कि 2 साल से कोरोना महामारी के दौरान उनकी रोजी-रोटी पर संकट बन गया था और उससे परिवार में त्राहि मची हुई थी।जब सरकार द्वारा आदेश जारी किया गया तब अयोध्या में आकर मां दुर्गा की प्रतिमाओं को ढाई सौ से ज्यादा अधिक प्रतिमाओं को बैठा जाता है मगर इस बार कोरोना गाइडलाइन के बाद सैकड़ों प्रतिमाओं को न बैठा पाने से मूर्तिकला कारों की बिक्री नहीं हुई है। वही बताया कि अभी तक दुर्गा मां की प्रतिमाओ की कम बिक्री हुई है जिससे इस बार भी कलाकारों के द्वारा काफी नुकसान उठाया जा रहा है । उन्होंने कहा कि हम लोग 200 से 250 मूर्तियां बनाकर बेचते थे लेकिन इस बार कुल 70 ऐसी मूर्तियों की बिक्री हुई है।
संवाद365,डेस्क