देहरादून: ए-प्लस स्टूडियो द्वारा भव्य कार्यक्रम का आयोजन

February 26, 2020 | samvaad365

देहरादून: देहरादून नगर निगम के सभागार में ए-प्लस स्टूडियो कि पहली वर्षगांठ के उपलक्ष में एक भव्य कार्यक्रम का समापन हुआ जिसमें लोककलाकारों ने उत्तराखण्ड के लोकवाद्य यंत्रों व लोकगीतों की प्रस्तुतियां दीं। ए-प्लस स्टूडियो टीम पिछले कई वर्षों से उत्तराखण्ड की बोली भाषा, संस्कृति के संरक्षण तथा संवर्धन की दिशा में काम कर रही है। विलुप्त होते लोकवाद्यों, लोकगीतों को संकलित कर गीत संगीत के जरिये उत्तराखण्ड के जनमानस तक पहुंचाने में ए-प्लस स्टूडियो ने हमेशा प्रयास किया है। गतवर्षॊं मे टीम ए-प्लस स्टूडियो मे उत्तराखण्ड के ख्यातिलब्ध कलाकारों जैसे नरेंद्र सिंह नेगी, प्रीतम भरत्वाण, किशन महिपाल, रजनीकांत सेमवाल, साहब सिंह रमोला, संगीता ढ़ौंढियाल, गुंजल डंगवाल, हेमा नेगी करासी, संतोष खेतवाल आदि के साथ उत्तराखण्ड लोक संगीत की कई विधाओं पर काम करने का मौका मिला।

जागर सम्राट पद्मश्री डा० प्रीतम भरत्वाण की अध्यक्षता में आज देहरादून नगर निगम के सभागार में ए-प्लस स्टूडियो कि पहली वर्षगांठ के उपलक्ष में एक भव्य कार्यक्रम का समापन हुआ। कार्यक्रम में श्री सुनील उनियाल “गामा” मेयर देहरादून मुख्य अतिथि, तथा लोकगायक गढ़रत्न श्री नरेंद्र सिंह नेगी जी विशिष्ट अतिथि, श्री नवीन टोलिया जी अति विशिष्ट अतिथि तथा आर०जे० काव्य माडरेटर की भूमिका में उपस्थित थे।

ए-प्लस स्टूडियो टीम से रंजीत सिंह ने बताया कि उनकी टीम ने पिछले सालों में उत्तराखण्ड के नये उभरते कलाकारों के लिये भी काम किया है । उन्होने बताया लोक के संरक्षण हेतु उनकी टीम प्रतिबद्ध है। उत्तराखण्ड के सुदूर अंचल के नये कलाकारों जो विलक्षण प्रतिभा के धनी हैं उनके गीतों की रिकार्डिंग ए-प्लस स्टूडियो में  उनकी टीम नि:शुल्क करती है।

कार्यक्रम में बाजूबंद, भगनौल, न्यौली, छपेली, थड़िया, चौफ़ुला, राधाखण्डी (बेडा), चैती/ऋतुरैंण, झोड़ा, चाचरी, बगड्डवाली, जागर अदि विधाओं की रंगारंग प्रस्तुतियां उत्तराखण्ड के विभन्न जनपदों से आये लोककलाकारों ने देकर कार्यक्रम में समां बांध दिया।

कार्यक्रम में सुमित सिंह पंवार (हारमोनियम), मोहन जोशी (बांसुरी), सुमित गुंसाई (ढोलक), विकास चमोली (घुंघरू), रामचरण जुयाल (हुड़का मोछंग), दुष्यंत कुमार (मशकबाजा), कीर्ति भरत्वाण (ढोल), धीरेंद्र कुमार (दमाऊं) ने विभिन्न वाद्ययंत्रों तथा जीतेंद्र पंवार, सुषमा कुमारी, रमेश जागरिया, पूरण सिंह राठौर, चंद्रप्रकाश, दीपा धामी, संदीप लेथवाल, पंकज दयाल, ललित कुमार, शकुंतला रमोला, आयुषी रमोला, संगीता, सीमा आजाद, मेघा रावत, अभिनव सिंह, गणेश लाल, भरत गोस्वामी, मनोज सिंह सामन्त, मिलन आजाद, प्रेम हिंदवाल, विजेंद्र कुमार ने  अपनी अपनी लोक विधाओं की प्रस्तुति दी।

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संवाद365/किशोर रावत 

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