अपने गढ़वाली भाषण के दौरान त्रिवेंद्र ने क्यों किया नेगी जी के गीत ‘सलाण्या स्यली’ का जिक्र

November 19, 2020 | samvaad365

गरुवार को पौड़ी के सतपुली में नयार वैली एडवेंचर फेस्टिवल के शुभारंभ कार्यक्रम में पहुंचे मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने अपने गढ़वाली में दिए गए भाषण से सभी का दिल जीत लिया. मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम में पूरा भाषण गढ़वाली भाषा में दिया जिसने सभी का दिल जीत लिया.

वहीं भाषण के दौरान मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र ने सलाण्या का जिक्र करते हुए मंत्री सुबोध उनियाल की तरफ इशारा किया और शब्द का मतलब बताते हुए कहा की टिहरी उत्तराकशी के लोग हम पौड़ी वालों को ‘सलाण्या’ कहते हैं. जिस पर मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र ने प्रसिद्ध लोकगायक नरेंद्र सिंह नेगी के गीत ‘सलाण्या स्यली’ का जिक्र किया. दरअसल मुख्यमंत्री द्वारीखाल में खेल के मैदान के समतलीकरण की घोषणा करते हुए कहा की टाइल्स की जगह पत्थर लगाए जाने चाहिए. उनहोंने कहा की पत्थर से हमारे ग्रामीण राजमिस्त्रियों को भी रोजगार मिलेगा क्योंकी पहाड़ के मिस्त्रियों को पत्थर का काम आता है. साथ ही सरकारी भवनों में भी पत्थर के काम को करने की बात मुख्यमंत्री ने कही. वहीं इसी दौरान एक किस्सा सुनाते हुए मुख्यमंत्री ने बताया की एक दफा जब टिहरी में एक महिला से उनहोंने पूछा की उनके पत्थर का घर कब बने थे और बनाने वाले मिस्त्री कहां के थे तो महिला ने उनहें बताया की दादा परदाद के जमाने के घरों में स्लाण्ड से मिस्त्री काम करने आए थे.

मुख्यमंत्री ने कहा की पत्थरों से नाता तोड़ने की वजह से हमारे होनहार मिस्त्री खत्म होते जा रहे हैं और घोड़े-खच्चर और चिनाई वालों को भी काम नहीं मिल पा रहा है. मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र ने राजधानी देहरादून में भी उत्तराखंडी सैली में मकान बनाने पर भी प्रोतसाहन की बात कही ताकी लोग उत्तराखंड की शिल्पकला से जुड़े रहें.

यू-ट्यूब पर नरेंद्र सिंह नेगी के ‘सलाण्या स्यली’ गीत को सुनने के लिए यहां क्लिक करें.

(संवाद 365/डेस्क)

यह भी पढ़ें-रूद्रप्रयाग: मद्महेश्वर भगवान के कपाट शीतकाल के लिए बंद

56042

You may also like