माँ विश्वंभरी धाम भारत के पश्चिम किनारे पर, गुजरात राज्य के दक्षिण भाग में स्थित वलसाड जिले के पूर्व में है। जहां सह्याद्रि की गूंजायमान पर्वतमाला और पश्चिम में है सशब्द लहराता अरब सागर। इस जिले की उपजाऊ जमींन पर घने और बड़े बड़े आम के, सागवान और खैर के अनगिनत पेड़ों की तथा विविध फूलों के पौधों की हरी भरी चादर फैली हुई है।
वलसाड के दक्षिण में बारह महीनों प्रवाहित रहने वाली ‘पार’ नामक नदी के किनारे सुन्दर गाँव बसा हुआ है। भगवान विष्णु के दस अवतारों में से एक श्री परशुराम की कर्मभूमिवाला यह विस्तार प्रकृति के अनुपम सौंदर्य से सदा हरा भरा रहता है। ऐसे मन को शांति प्रदान करने वाले वातावरण के बीच छोटे से गाँव राबड़ा में माँ विश्वंभरी का अनुपम, अलौकिक धाम खिला है। केवल 90 दिनों में ही निर्मित विश्व कक्षा का यह अद्भूत धाम निकट भविष्य में ही जगतभर में प्रसारित होनेवाली प्रेरक, वैचारिक, आध्यात्मिक क्रांति के केंद्र के रूप में जाना जायेगा।
गुजरात: वलसाड जिला में माँ विश्वंभरी तीर्थयात्रा धाम बना भक्तों का पसंदीदा धामनवरात्रि पर आप भी करिए मां विश्वंभरी धाम के दर्शनवलसाड में है मां विश्वंभरी धामचैत्र नवरात्रि पर दर्शन के लिए उमड़ते हैं श्रद्धालुयहां दर्शन करने से भक्तों की मनोकामना होती है पूरी#samvaad365 #gujrat
Posted by Samvaad365 on Sunday, 7 April 2019
यह धाम जगत के ज्ञान-भक्ति-कर्म का सुनहरा आलोक फैलाता है और भवसागर पार करने के आतुर लोगों के लिए दीपस्तंभ बनकर सुनहरा प्रकाश फैला रहा है। स्वर्गलोक के समान यह विश्वकक्षा का धाम माँ विश्वंभरी का धाम है। यहां पर आने वाले भक्तों की मन की मुरादें पूरी होती है, ऐसा लोगों का कहना है। यही वजह है कि हर नवरात्रि में मां विश्वंभरी तीर्थ यात्रा धाम में भक्तों की भारी भीड़ लगी रहती है।
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वालसाड/श्यामजी मिश्रा