नई दिल्ली: जम्मू-कश्मीर से धारा 370 हटाए जाने के बाद और जम्मू-कश्मीर समेत लद्दाख को केंद्र शासित प्रदेश का दर्जा दिए जाने के बाद राजनीतिक महकमे में हलचल अबतक जारी है। इसका असर महबूबा मुफ्ती की पार्टी पीडीपी (जम्मू एवं कश्मीर पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी) पर साफ देखने को मिल रहा है। दरअसल, लद्दाख के स्थानीय सांसद जम्यांग नामग्याल की मौजूदगी में कई पीडीपी नेताओं ने भाजपा का दामन थाम लिया है। भाजपा में जम्मू एवं कश्मीर विधान परिषद के अध्यक्ष हाजी अनायत अली भी शामिल हो गए हैं। भाजापा में शामिल होने के बाद उन्होंने कहा कि, “दो सालों में आप बदलाव देखेंगे। कई लोग जो भाजपा का आज विरोध कर रहे हैं, वे पार्टी को ज्वाइन करेंगे। उनके पास हमारे साथ आने के अलावा कोई विकल्प नहीं होगा।” लद्दाख ऑटोनोमस हिल डेवलपमेंट काउंसिल के सदस्य कारगिल निवासी मोहम्मद अली चंदन और कारगिल नगरपालिका समिति के प्रमुख जहीर हुसैन बाबर भाजपा में शामिल हुए। गौरतलब है कि 6 अगस्त 2019 को केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने ऐतिहासिक फैसला लेते हुए जम्मू-कश्मीर से धारा 370 को हटाने के साथ ही जम्मू-कश्मीर से लद्दाख को अलग कर दोनों राज्यों को केंद्र शासित राज्य का दर्जा दे दिया था। जिसके बाद से सरकार को जहां विपक्ष की कई पार्टियों का समर्थन मिला वहीं विपक्ष की कुछ पार्टियां सरकार के इस फैसले के खिलाफ भी है।
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संवाद365/काजल