वो कहावत तो सुनी ही होगी,रस्सी जल गई पर बल नहीं गया। ऐसा ही कुछ पड़ोसी देश पाकिस्तान के साथ है। पड़ोसी देश पाकिस्तान को खाने के लाले पड़े है। देश की आर्थिक स्थिति के बुरे हाल है,मंहगाई ने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिये और आतंक अपने चरम सीमा पर है। इन सब के बाद भी भारत के खिलाफ साजिस करने से पाकिस्तान बाज नही आ रहा ।
आर्थिक स्थिति बिगड़ने के बाद भी पाकिस्तान आतंकवाद का समर्थन करना नही छोड़ेगा और इसके लिए नई-नई साजिस कर रहा है। दरहसल अब कश्मीर में आतंक फैलाने के लिए पाकिस्तान के पास पैसे नही है, इसलिए पाकिस्तान ने अपने आतंकवादियों से कहा कि सब कश्मीर में अपनी संपत्ति को बेचकर मिले पैसो से कश्मीर में आतंक फैलाने के लिए इस्तेमाल करें। हालांकि भारत सरकार को पाकिस्तान की इस चाल आभास पहले ही हो गया था, और इसिलिए गृह मंत्रालय ने उनकी संपत्ति को कुर्क (संपत्ति का मालिक अपनी संस्था के कानूनी आधिकारों को खो देता है) करने के लिए कदम उठा लिय़ा है।
बारामूला में टीआरएफ आतंकवादी की संपत्ति कुर्क-
पाकिस्तान में बैठकर आतंकी गतिविधियों को संचालन कर रहे आतंकवादियों के खिलाफ कारवाई के तहत एनआईए ने जम्मू-कश्मीर के बारामूला जिले में द रेसिसटेंस फ्रंट (TRF) के आतंकी बसित अहमद रेशी की एक संपत्ति शुक्रवार को कुर्क कर दी गई, यह कारवाई बृहस्पतिवार को अल-उमर मुजाहिदीन के संस्थापक और स्वयंभू मुख्य कमांडर मुश्ताक जरगर उर्फ लत्राम की श्रीनगर स्थित संपत्ति सील करने के बाद की गई।
ANKITA KUMAI