रूद्रप्रयाग: रूद्रप्रयाग जनपद मुख्यालय में स्थित महाविद्यालय अपने स्थापनाकाल से ही असुविधाओं का दंश झेल रहा है. 2006 में अस्तित्व में आए इस महाविद्यालय के पास अभी तक अपना भवन नहीं है. कॉलेज के छात्र-छात्रायें और विद्यालय प्रशासन द्वारा स्थानीय जनप्रतिनिधियों से लेकर जिले के अधिकारी और उच्च शिक्षा मंत्री धनसिंह रावत से भी विद्यालय की मूलभूत सुविधाओं को लेकर लगातार पत्राचार किया गया लेकिन लम्बे समय बीत जाने के बाद भी आश्वासनों के शिवाय कुछ नहीं मिल पाया ऐसे में अब छात्रों ने कॉलेज परिसर में ही बेमियादी धरना शुरू कर दिया है. किराये के भवन में संचालित हो रहे इस विद्यालय के छात्रों का कहना है कि कॉलेज में पढ़ने के लिए कमरे व इमारत नहीं है.
वर्षों बीत जाने के बाद भी एसएम व बीएससी की कक्षायें संचालित नहीं हो पा रही है. जबकि लाइब्रेरी, शौचालय सहित तमाम मूलभूत सुविधाओं न होने के कारण यहां अध्ययनरत छात्रों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है. छात्रों के इस आन्दोलन को पूर्व सीएम हरीश रावत ने समर्थन दिया है. पूर्व मुख्यमंत्री रावत धरना स्थल पर पहुंचे और उन्होंने आश्वत किया कि छात्रों की सभी मांगों को सरकार के सामने रखा जायेगा और उन्हें हल किया जायेगा. लेकिन सवाल यही है कि हर नेता छात्रों के बीच आकर अपनी राजनीति रोटियां जरूर सेंकते हैं मगर जो समस्याएं हैं उनका हल नहीं हो पाता है.
(संवाद 365/ कुलदीप राणा )
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