एक डॉ ऐसा भी : जवानों का करता है फ्री में इलाज़,बोर्ड पर लिखा ‘जवान अपनी फीस बॉर्डर पर ही दे चुके’

January 31, 2019 | samvaad365

वैसे तो डॉ को भगवान का रूप कहते हैं क्योंकि भगवान के बाद एक वही इंसान है जो हमें नई जिंदगी दे सकता है,लेकिन आज के समय में रोज आती हुई ख़बरें इस बात को धीरे-धीरे झूठा साबित कर रही हैं,एक तो महंगे हॉस्पिटल ऊपर से महंगे ईलाज। लेकिन आज हम एक ऐसे शख्स से आपको रूबरू करवाएंगे जिसके अंदर देशभक्ति का जज्बा इस कद्र है कि जवानों के लिए वो फ्री में ईलाज करवाता है,जहां बोर्ड पर ही लिखा है ‘जवान अपनी फीस बॉर्डर पर ही दे चुके’ जी हां हम बात कर रहे हैं लखनऊ के डॉ. अजय चौधरी की।

डॉ. अजय चौधरी खुद सेना ज्वाइन करना चाहते थे, उन्होंने एनडीए की परीक्षा दी लेकिन पास न हो सके। इसके बाद उन्होंने डॉक्टरी की पढ़ाई की और गेस्ट्रो स्पेशलिस्ट बन गए। उनके अंदर देशभक्ति का जज्बा इस कदर है कि वो डॉ. चौधरी ने अपने क्लीनिक में बकायदा एक सूचना चिपका रखी है, जिसमें लिखा है, ”सेना के जवान अपनी फीस बॉर्डर पर दे चुके हैं। कृपया आईडी कार्ड साथ लाएं।

‘डॉ. अजय चौधरी का लखनऊ के गोमती नगर में क्लीनिक है। फौजियों और उनके परिजनों को फ्री इलाज के लिए सिर्फ आईडी कार्ड दिखाना पड़ता है। डॉ. चौधरी ने कुछ साल पहले इसकी शुरुआत की थी। डॉ. चौधरी कहते हैं कि फौजी बिना किसी स्वार्थ के बॉर्डर पर देश और उनकी हिफाजत करते हैं। अगर हम लोग उनके लिए कुछ कर पाएं, तो यह गर्व की बात है। फीस न लेकर हम उन्हें सम्मान देना चाहते हैं।

डॉ. चौधरी खुद सैन्य परिवार से ताल्लुक रखते हैं। उनके पिता सेना में थे, जबकि भाई नौसेना में कमांडर था। डॉ. साहब के मुताबिक, मैं भी आर्मी ज्वाइन करना चाहता था। एनडीए का पेपर दिया, लेकिन पास नहीं हो पाया, इसलिए अब इस तरह फौजियों की सेवा कर रहा हूं। डॉ. अजय को उनके इस काम के लिए हाल में मध्य कमान सेनाध्यक्ष लेफ्टिनेंट जनरल बीएस नेगी की ओर से मेजर जनरल डीएस भाकुनी ने उन्हें सम्मानित किया था। उन्हें सेना की तरफ से एक प्रशंसा पत्र व उत्कृष्ट सेवा प्रमाणपत्र दिया गया था। डॉ. अजय चौधरी छावनी स्थित मध्य कमान अस्पताल में अपने पिता के साथ पहुंचे थे, जहां उनका सम्मान किया गया।

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संवाद 365/संध्या सेमवाल

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