नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली में दिल्ली सरकार ने उत्तराखंड की गढवाली, कुमाऊंनी और जौनसारी भाषा को बढ़ावा देने और इसके विकास के लिए एक अकादमी का गठन किया है। इस अकादमी के पदेन अध्यक्ष सीएम अरविंद केजरीवाल होंगे तो वहीं लोक गायक हीरा सिंह राणा इस अकादमी के पहले उपाध्यक्ष होंगे। इस अकादमी में न सिर्फ गढ़वाली-कुमाऊंनी-जौनसारी भाषा को प्रमुखता दी जाएगी बल्कि उत्तराखंड के कई इलाकों में बोली जाने वाली जौहार और दारमा घाटी की बोलियों के संरक्षण और संवर्धन का काम किया जाएगा। इस अकादमी की जानकारी दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने ट्वीट कर दी। उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा कि ‘दिल्ली सरकार द्वारा गठित यह देश की पहली अकादमी है जो उत्तराखंड से सम्बद्ध भाषा साहित्य संस्कृति को आगे बढ़ाने के लिए काम करेगी’। उन्होंने ट्वीट के साथ एक तस्वीर भी साझा की जिसमें उप सीएम मनीष सिसोदिया, अकादमी में उपाध्यक्ष हीरा सिंह राणा और वरिष्ठ पत्रकार चारू तिवारी भी मौजूद थे। बहरहाल दिल्ली सरकार की इस पहल से दिल्ली में रहने वाले 20 से 25 लाख उत्तराखण्डियों को अपनी भाषा के करीब रहने का मौका मिलेगा।
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संवाद365/काजल