नरेंद्रनगर: आगरा खाल की नैसर्गिक छटा देख अभिभूत हुए बाबा रामदेव

September 1, 2020 | samvaad365

नरेंद्रनगर: देवप्रयाग से ऋषिकेश जाते वक्त योग गुरु बाबा रामदेव का काफिला आगराखाल की वादियों और नैसर्गिक छटा को देख ऐसा अभिभूत हुआ कि काफिले के वाहनों के पहिये अचानक आगराखाल कस्बे की रमणीक स्थली में रुक गये। बता दें कि ऋषिकेश-बद्रीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग पर कौड़ियाला से तोता घाटी तक लगभग 6 किलोमीटर क्षेत्र में बेहद हार्ड चट्टानें हैं, जिन्हें ऑल वेदर रोड निर्माण चौड़ीकरण में पोकलैंड और जेसीबी द्वारा नहीं तोड़ा जा सका, तो केंद्र सरकार ने इन चट्टानों को तोड़ने के लिए ब्लास्टिंग करने का आदेश दिया।

इन चट्टानों को तोड़ने के लिए केंद्र सरकार द्वारा ब्लास्टिंग करने के आदेश के तत्काल बाद यहां पिछले डेढ़ माह से चट्टानों को ब्लास्टिंग द्वारा तोड़ा जा रहा है। इसी के कारण इस रूट पर पिछले डेढ़-2 माह से वाहनों की आवाजाही बंद है और वाहनों का रूट डायवर्ट कर ऋषिकेश से नरेंद्र नगर, खाड़ी, गजा,चाका, देवप्रयाग होते हुए श्रीनगर- बद्रीनाथ भेजा जा रहा है। यही वजह रही है कि योग गुरु बाबा रामदेव का कफिला कल सायं देवप्रयाग से गजा,आगरखाल होते हुए ऋषिकेश जा रहा था,कि अचानक काफिले के वाहनों के पहिए आगरा खाल बाजार में थम गए।

इस बड़े काफिले को देख उत्साहित स्थानीय लोग पहले कुछ समझ पाते कि तब तक योग गुरु बाबा रामदेव अपनी जानी पहचानी मुद्रा में वाहन से नीचे उतर गए,उन्हें पहचानते ही स्थानीय लोगों की उत्सुकता और भी बढ़ गई। वाहन से उतरते ही बाबा रामदेव ने बाजार में मौजूद ग्रामीणों और दुकानदारों से स्थानीय उत्पादों की जानकारी प्राप्त की तथा जैविक खेती के बारे में खास चर्चा की। योग गुरु बाबा रामदेव को ग्रामीणों और स्थानीय दुकानदारों ने स्थानीय उत्पाद जैसे रोटाना,पहाड़ी ककडी़(खीरा), रबड़ी, सिंगोरी, अरसा, मक्की, अदरक आदि से अवगत करवाया।

इसके बाद बाबा ने काफी संख्या में स्थानीय उत्पाद खरीदें। बाबा रामदेव को यहां के उत्पाद इतने भाये कि, उन्होंने जिसका भी स्वाद चखा उसे न सिर्फ पसंद किया बल्कि भारी मात्रा में खरीद भी लिया। बाबा रामदेव ने कहा कि वह भविष्य में यहां पर कुछ करने की इच्छुक हैं। उन्होंने याद दिलाया कि आपदा के दौरान वर्ष 2013 में वहां से गुजरे थे और रूखे भी थे। बता दें कि आगरा खाल क्षेत्र में अदरक बहुतायत में होता है। यहां का अदरक ऋषिकेश, देहरादून से लेकर उत्तरकाशी के लोग आते-जाते वक्त यहां रुक कर खरीदते रहते हैं।

इस दौरान व्यापार उद्योग मंडल टिहरी के अध्यक्ष व यहां के निवासी सुरेंद्र सिंह कंडारी, विकास रावत, जोत सिंह रावत,सुरेंद्र रावत व वीर सिंह रावत ने इस बात पर खुशी जाहिर की है कि बाबा रामदेव ने यहां पर रुक कर स्थानीय लोगों का हौसला बढ़ाया है। और भविष्य में यहां पर कुछ करने की ठानी है।इसके लिए उन्होंने बाबा रामदेव का आभार भी जताया है।

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संवाद365/वाचस्पति रयाल

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