भारत-पाक युद्ध में शहीद सैनिक को अब तक नहीं मिला सम्मान, परिजनों ने लिखा प्रधानमंत्री को पत्र

May 6, 2022 | samvaad365

एक ओर जहां सरकार शहीदों के गांव घर की मिट्टी कलश में लेजाकर सैन्य धाम का निर्माण कर रही है शहीद की शहादत को सम्मान दिया जा रहा है शहीदों के नाम पर स्कूल ,सड़क का नाम रखा जा रहा है मेमोरियल बनवाकर शहीदों को याद कर किया जा रहा है वहीं चमोली जिले के थराली विकासखण्ड के सुनाऊ निवासी एक पूर्व सैनिक महावीर सिंह भी हैं जो अपने भाई की शहादत को सम्मान दिलवाने के लिए प्रधानमंत्री से लेकर मुख्यमंत्री तक पत्राचार कर चुके हैं लेकिन आज दिन तक भी न तो इन पत्रों का कोई जवाब आया और न ही उनके शहीद भाई की शहादत को उचित सम्मान मिल सका
क्या है पूरा मामला देखिए ये .

वर्ष 13 दिसम्बर 1963 में सुनाऊ के रहने वाले केशर सिंह भंडारी भारतीय सेना में भर्ती हुए और भर्ती होने के महज दो साल बाद ही 15 सितंबर 1965 को भारत पाकिस्तान युद्ध के दौरान लड़ाई में शहीद हो गए वीर सैनिक की शहादत पर श्रद्धांजलि देते हुए तत्कालीन प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री ने भी वीर सैनिक के परिजनों को पत्र भेजते हुए अपनी संवेदना व्यक्त की शहीद केशर सिंह भंडारी अविवाहित थे और महज दो वर्ष की सेवा के बाद ही भारत पाकिस्तान युद्ध के दौरान वीरगति को प्राप्त हो गए लेकिन इस शहादत को अब तक भी सम्मान नहीं मिल पाया है .
न तो शहीद के सम्मान में अब तक कोई मेमोरियल बन पाया है और न ही शहीद के नाम पर कोई स्कूल कोई सड़क अब तक बन पाई है .

शहीद केशर सिंह भंडारी के भाई बताते हैं कि वे 2015 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिख चुके हैं ।और पुनः दोबारा उन्होंने अब उपजिलाधिकारी थराली के माध्यम से प्रधानमंत्री और रक्षा मंत्रालय से उनके गांव में शहीद सैनिक की स्मृति में मेमोरियल बनवाने और सुनाऊ स्थित राजकीय इंटर कालेज का नाम शहीद केशर सिंह भंडारी के नाम पर रखने की गुहार लगाई है जबकि शहीद केशर सिंह भंडारी के भाई महावीर भंडारी मेमोरियल के लिए जमीन तक दान देने के लिए तैयार हैं ताकि उनके शहीद भाई की शहादत को सम्मान मिल और उन्हें याद किया जा सके.
अब देखना ये होगा कि भारत पाक युद्ध मे शहीद हुए केशर सिंह की शहादत को सम्मान के लिए इंतजार कब खत्म होता है.

संवाद 365, थराली गिरीश चन्दोला

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