बागेश्वर: निष्पक्ष चुनाव के लिए जिला निर्वाचन विभाग में दिखा जोश

April 8, 2019 | samvaad365

बागेश्वर लोक सभा सामन्य निर्वाचन-2019 को निष्पक्ष एवं पारदर्शिता के साथ सम्पन्न कराने के लिए जिला निर्वाचन विभाग व जिला प्रशासन अपनी पूरी तैयारियों व जोश-खरोश के साथ जुटा है। वहीं बागेश्वर जनपद की दोनों विधानसभाओं की जनता को बागेश्वर व कपकोट विधानसभा के लाखों वोटर आगामी 11 अप्रैल पोल डे के इंतजार है।

दरसअल अल्मोड़ा आरक्षित लोकसभा सीट में चार ज़िलों अल्मोड़ा, बागेश्वर, पिथौरागढ़, चंपावत के साथ दर्जनों विधानसभा तालुक रखती है। इस सीट पर भाजपा के सिटिंग सांसद अजय टम्टा दोबारा से अपनी किस्मत आजमा रहे है। वहीं कांग्रेस से राज्य सभा सांसद प्रदीप टम्टा है। प्रदीप टम्टा का 2004 से 2009 तक इस अल्मोड़ा सीट पर कब्ज़ा था। 2014 में बीजेपी के अजय टम्टा जीते तो वहीं इस बार बसपा से सूंदर धोनी चुनावी जंग में कूदे है। वहीं बागेश्वर जनपद में दो विधानसभा की जनता इन प्रत्याशियों की क़िस्मत का फ़ैसला आगामी 11 अप्रैल को करेगी।

कुल मिलाकर देखा जाये जनपद में महिला मतदाताओं की सांख्य ज्यादा है। तो महिला वोटर ही निर्णायक भूमिका निभाएंगी। वहीं इस जिले की दोंनो विधानसभा की जनता की मिली जुली प्रतिक्रिया मिली। आम जनता व युवा नए वोटरों की एक जैसी समस्या शिक्षा, सडक़, बेरोजगारी, स्वास्थ्य, संचार, पलायन आदि मुद्दे हावी रहे।

जनता का कहना है हमने कांग्रेस के प्रदीप टम्टा व बीजेपी के अजय टम्टा दोंनो का कार्यकाल देखा लेक़िन दोनों सांसदो ने इन ज़िलों में ऐसा कोई बड़ा कार्य नहीं किया। अब ऐसे में दोबारा से दोनों प्रत्याशी एक बार फ़िर आमने सामने है। चूंकि इस सीट पर विकल्प न होने के कारण बारी बारी से दोंनो प्रत्याशी को जिताते आए है। अब देखना दिलचस्प होगा जीत का सहरा किसके सिर सजता है। ये मतगणना परिणाम 23 मई को पता चलेंगे। आईये जानते है। बागेश्वर ज़िले को अपना कैसा सांसद चाहिए।

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बागेश्वर/हिमांशु गढ़िया

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