उत्तराखंड बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष बंशीधर भगत ने भीमताल विधानसभा के दौरे के दौरान नेता प्रतिपक्ष इंदिरा ह्रदेश को लेकर एक अमर्यादित बयान दिया है. बयान सुन कर ऐसा नहीं लगेगा की ये बयान प्रदेश की सत्ताधारी पार्टी का अध्यक्ष दे रहा हो.
अफसोस की बात तब होती है जब नैतिकता का पहाड़ा दिनभर रटने के बाद भी आप ऐसे बयान पर जमकर ठहाके लगाएं और तालियां बजाएं . वीडियो में पार्टी के कार्यकर्ता और अन्य नेता भगत के बयान पर ठहाके इस अंदाज में लगा रहे हैं कि मानो भगत जी का सरकैस्म किसी स्टैंडअप काॅमेडियन से भी तगड़ा हो.
बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष बंशीधर भगत के बिगड़े बोल
नेता प्रतिपक्ष पर दिया अमर्यादित बयान
सीएम त्रिवेंद्र ने नेता प्रतिपक्ष से मांगी माफी
अपने इस बयान पर बंशीधर भगत चौतरफा घिर गए हैं। इस बयान को लेकर बंशीधर भगत की आलोचना हो रही है। खुश नेता प्रतिपक्ष इंदिरा ह्रदेश ने भी इसपर अपनी प्रतिक्रिया दी है. उनहोंने कहा की ‘बंशीधर जी लगता है आपने पवित्र रामायण को ठीक से आत्मसात नहीं किया नही तो आप एक बुजुर्ग महिला के लिए ऐसे शब्दों का प्रयोग नहीं करते आपने जो शब्द महिला शक्ति के अपमान में कहें है उसका जवाब आपको उत्तराखंड की प्रत्येक महिला समय आने पर आपको जरूर देगी’
उनहोंने कहा की ‘बंशीधर भगत की महिलाओं के प्रति तुच्छ सोच का पता चला। भीमताल में भाजपा की एक बैठक में, उम्र में खुद से बड़ी महिला के प्रति कहे गए शब्द उनकी छोटी सोच और तुच्छ मानसिकता का परिचय देते है. इस प्रकार की अशोभनीय भाषा किसी भी राजनेता को शोभा नहीं देती’
राजनेता को शोभा नही देती।
बंशीधर जी लगता है आपने पवित्र रामायण को ठीक से आत्मसात नही किया नही तो आप एक बुजुर्ग महिला के लिए ऐसे शब्दों का प्रयोग नही करते। आपने जो शब्द महिला शक्ति के अपमान में कहें है उसका जवाब आपको उत्तराखंड की प्रत्येक महिला समय आने पर आपको जरूर देगी।— Dr. Indira Hridayesh (@IndiraHridayesh) January 5, 2021
बंशीधर भगत के इस बयान की प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने भी आलोचना की। यहां तक की प्रदेश के मुख्यमंत्री को भी देर रात इस मामले पर ट्वीट करना पड़ा सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने ट्वीट करते हुए इंदिरा ह्रदेश से माफी मांगी, मुख्यमंत्री ने लिखा आदरणीय इंदिरा ह्रदेश बहन जी मैं अति दुखी हूं। महिला हमारे लिया अति सम्मानित और पूज्या हैं। मैं व्यक्तिगत रूप से आपसे व उन सभी से क्षमा चाहता हूं जो मेरी तरह दुखी हैं। मैं कल आपसे व्यक्तिगत बात करूंगा और पुनः क्षमा याचना करूंगा।
आदरणीय @IndiraHridayesh बहिन जी आज मैं अति दुखी हूँ । महिला हमारे लिए अति सम्मानित व पूज्या हैं। मैं व्यक्तिगत रूप से आपसे व उन सभी से क्षमा चाहता हँ जो मेरी तरह दुखी हैं। मैं कल आपसे व्यक्तिगत बात करूँगा व पुनः क्षमा याचना करूँगा। 🙏🏻🙏🏻
— Trivendra Singh Rawat (@tsrawatbjp) January 5, 2021
#राज्य का #नौजवान एक शायर के शब्दों में माननीय भगत जी से कह रहा है कि,
"इधर-उधर की न बात कर, ये बता कि नौकरियां कहां गई?
मुझे गरज नहीं तुम्हारे आंकड़ों से, मेरे लिये तो मेरी नौकरी की बात है"।। #भगत जी मुझे कार्य करने के लिये लगभग तीन साल (32 महीने) मिले, जिसमें दैवीय व pic.twitter.com/o4XkLjkvjK— Harish Rawat (@harishrawatcmuk) January 5, 2021
हरीश रावत ने मुख्यमंत्री के इंदिरा हृदयेश से मांफी मांगने को लेकर भी त्रिवेंद्र की सराहना करते हुए ट्वीट किया
मैं उसके लिये भी उनकी सराहना करना चाहूंगा औरअपनी पार्टी को आंशिक रूप से, फजीहत से बचा लिया।@tsrawatbjp
— Harish Rawat (@harishrawatcmuk) January 6, 2021
खुद प्रदेश के मुख्यमंत्री ने नैतिकता दिखाते हुए इंदिरा ह्रदेश से माफी मांगी है लेकिन प्रदेश अध्यक्ष साहब की नैतिकता को आखिर क्या हो गया जो एम महिला नेता प्रतिपक्ष पर ऐसी अमर्यादित टिप्पणी कर रहे हैं। और बयान के बाद जरा बीजेपी के इन कार्यकर्ताओं की हंसी सुनिए जब पार्टी के शीर्ष नेता ही अर्मयादित हो जाएं तो राजनीति में मर्यादित होना बड़ा कठिन हो जाएगा.
(संवाद365/दिग्विजय सिंह चौहान)