सवर्णों के हित में लिए फैसले को सीएम रावत ने बताया ऐतिहासिक

January 10, 2019 | samvaad365

मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री मोदी को 21 वीं सदी का आंबेडकर बताते हुए कहा कि उनके द्वारा गरीबों के हित में यह निर्णय लिया गया। अब संसद ने भी इस पर मुहर लगाई है। इस नए अध्याय की शुरुआत के लिए प्रधानमंत्री का आभार जताते हुए उन्होंने कहा कि एक गरीब के बेटे ने सबके बारे में सोच है। सबका साथ-सबका विकास की सोच को साकार करने की दिशा में यह एक महत्वपूर्ण कदम है।

मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने आर्थिक रूप से पिछड़े सवर्णाें को 10 फीसद आरक्षण दिए जाने संबंधी विधेयक राज्यसभा में पास होने को ऐतिहासिक करार दिया है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की इस ऐतिहासिक पहल को अब कानूनी स्वरूप मिलने से आर्थिक रूप से कमजोर सामान्य वर्ग को भी आरक्षण की सुविधा का मार्ग प्रशस्त हो गया है।

राज्यसभा सदस्य एवं भाजपा के राष्ट्रीय मीडिया प्रमुख अनिल बलूनी ने कहा कि वह भी इस ऐतिहासिक क्षण का गवाह बने। सवर्ण आरक्षण बिल के पक्ष में मतदान करने का उन्हें सौभाग्य मिला। यह बिल नि:संदेह सवर्ण समाज के गरीब, वंचित और मुख्यधारा से पिछड़े लोगों को सशक्त करेगा। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी का यह यह दूरगामी निर्णय ‘सबका साथ सबका विकास’ के सूत्रवाक्य को और समरसता प्रदान करता है। आरक्षण के पूर्व के ढाचे को छेड़े बिना केंद्र सरकार द्वारा गरीब सवर्णो के हित में लिया गया यह फैसला सपूंर्ण राष्ट्र को मजबूती देगा। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट ने भी इस फैसले को ऐतिहासिक बताया। कहा कि इससे उत्तराखंड के सवर्णों को भी लाभ मिलेगा।

यह ख़बर भी पढ़े- साबरमती की भांति इन दोनों नदियों का होगा पुनर्जीवीकरण,पढ़े पूरी ख़बर

यह ख़बर भी पढ़े- ‘नई रेलवे नया उत्तराखण्ड’ पुस्तक का सीएम रावत ने किया विमोचन, इसके जरिये मिलेगी ये सब जानकारियां

देहरादून/संध्या सेमवाल

29773

You may also like