पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत के लिए कुमाऊ की 3 सीटों पर संभावनाएं तलाशी जा रही है। हरीश रावत कुमाऊं की किसी एक सीट में चुनाव लड़ सकते हैं । ऐसे में रामनगर सीट में विरोध होने पर हरीश रावत के लिए पिथौरागढ़ जिले की डीडीहाट सीट सबसे मुफीद मानी जा रही है। इस सीट से कांग्रेस के सभी दावेदार भी 25 साल के सूखे को खत्म करने के लिए हरीश रावत को इस सीट से लड़ने का निमंत्रण दे चुके हैं।
पिथौरागढ़ ज़िले की डीडीहाट विधानसभा सीट पर भाजपा के कद्दावर नेता और कैबिनेट मंत्री बिशन सिंह चुफाल पिछले 25 सालों से लगातार विधायक बनते आ रहे हैं और 2022 के विधानसभा चुनाव में भाजपा ने उन्हें 5 वी बार फिर से चुनावी मैदान में उतारा है । यही वजह है कि अब कांग्रेसी भी इस सीट पर अपने मजबूत दावेदार को मैदान में उतारना चाहते हैं। संभावना है कि पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत डीडीहाट विधानसभा सीट से चुनाव मैदान में उतर सकते हैं। अगर का होता है तो जहां डीडीहाट सीट पर मुकाबला रोचक हो जाएगा तो वही राज्य बनने के बाद यह पहला मौका होगा जब डीडीहाट के सभी कांग्रेसी नेता किसी मुद्दे पर एकजुट नजर आ रहे है।
दरअसल पूर्व सीएम हरीश रावत के लिए कुमाऊ की रामनगर , सल्ट और डीडीहाट सीट पर संभावनाएं खोजी जा रही है। रामनगर और सल्ट सीट पर पार्टी में उनके धुर विरोधी रणजीत रावत के चलते हरीश रावत के लिए मुश्किले पैदा हो सकती है। ऐसे में डीडीहाट सीट हरीश रावत के लिए सबसे मुफीद मानी जा रही है। अगर हरीश रावत डीडीहाट सीट से चुनावी अखाड़े में उतरते हैं तो भाजपा के बिशन सिंह चुफाल के लिए भी मुसीबत खड़ी हो सकती है। जिसे देखते हुए बिशन सिंह चुफाल ने अभी से ही हरीश रावत पर हमले शुरू कर दिये है। डीडीहाट विधानसभा सीट से हरीश रावत चुनाव लड़ेंगे या नहीं यह तो कुछ समय बाद तय हो ही जाएगा। लेकिन इतना जरूर है कि हरीश रावत के यहां से लड़ने की अटकलों ने भाजपा खेमे के अंदर खलबली मचा दी है।
संवाद365,डेस्क