आजीविका सहयोग परियोजना के तहत ऐतिहासिक नुमाइश खेत में लगा किसान मेला

February 12, 2019 | samvaad365

एकीकृत आजीविका सहयोग परियोजना की ओर से ऐतिहासिक नुमाइसखेत मैदान में किसान मेला आयोजित किया गया। मेले में दूर दूर से आये स्वयं सहायता समूहों ने अपने अपने उत्पादों का प्रदर्शन किया। दो दिवसीय किसान मेले में लोगों ने भी ग्रामीण उत्पादों की जमकर खरीददारी की।

बागेश्वर में आयोजित दो दिवसीय हिलांस किसान मेले में प्रगतिशील किसानों की धूम रही। दो दर्जन से अधिक आजीविका सहकारिताओं से जुड़े महिला किसानों ने अपने उत्पादों की प्रदर्शनी लगायी। किसानों ने जैविक उत्पादों के साथ साथ हस्तशिल्प भी अपने अपने स्टाॅल में रखे। हस्तशिल्प और ग्रामीण उत्पादों को खरीदने के लिये लोगों का दिनभर तांता लगा रहा। बांस और रिंगाल के रेशे से बने उत्पाद किसान मेले में खासे आकर्षक का केन्द्र रहे।

ग्रामीणों द्वारा लकड़ियों पर की गयी नक्कासी को मेले में आये लोगों द्वारा सराहा गया। कई ग्रामीण महिलाओं ने अपने उत्पादों और लघु उद्योगों की भी जानकारी दी। हिलांस मेले का शुभारंभ करते हुये जिला पंचायत अध्यक्ष हरीश चन्द्र सिंह ऐंठानी ने इसे सराहनीय पहले बताया। उन्हेांने कहा कि इस तरह के आयोजन से ग्रामीण प्रतिभाओं को एक मंच मिलेगा। ग्रामीण क्षेत्र की महिलायें अपने घर में बने उत्पाद लायी हैं जिनसे अन्य लोगों को भी प्रेरणा मिलेगी। उन्होंने आजीविका परियोजना के तहत इन उत्पादों को बाजार उपलब्ध कराने की सलाह दी।
उधर, महिला उद्यमियों ने बताया कि परियोजना के सहयोग ने उन्होंने स्वयं का लघु उद्योग स्थापित किया है जिससे उनकी आर्थिकी मजबूत हुयी है।

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बागेश्वर/हिमांशु गढ़िया

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