नहीं रहे धनोल्टी विधान सभा के पूर्व विधायक कौल दास

July 1, 2019 | samvaad365

धनोल्टी: सोमवार सुबह 6 बजे के करीब अपने निवास स्थान थत्यूड़ में धनोल्टी विधान सभा के पूर्व विधायक कौल दास का मॉर्निंग वॉल्क के दौरान हृदय गति रुकने की वजह से निधन हो गया। कौलदास का जन्म 4 जून 1943 को ग्राम सभा मथलाऊ दशजुला में एक गरीब परिवार में हुआ था इनके पिता का नाम स्व० किस्सु दास व माता का नाम स्व० पानपति देवी था।

बचपन से ही पढ़ाई में अव्वल आने वाले कौल दास की शिक्षा प्राथमिक विद्यालय बैट व जुनियर हाईस्कूल थत्यूड़ से हुई। 1962 में कौलदास शासकीय सेवा में अध्यापक बने व 2001 में प्रधानाअध्यापक पद से पड़ोसी गांव बाण्डा चौक से सेवा निवृत हुए। इसी वर्ष सेवा निवृत होने के बाद कौलदास ने अखिल भारतीय कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण की व पहली निर्वाचित सरकार में नयी बनी धनोल्टी विधान सभा से विधायक निर्वाचित हुए 2002 में खजान दास व पूर्व विधायक ज्ञान चन्द के साथ कई हजार मतों से जीतकर विधान सभा पंहुचे।

तत्कालीन मुख्यमन्त्री नारायण दत्त तिवारी के नजदीकी रहे कौल दास को तत्कालीन सरकार में 2004 में अनुसुचित जाति आयोग में उपाध्यक्ष राज्यमन्त्री भी बनाया गया था। 2002 से 2007 तक धनोल्टी के प्रथम विधायक रहे कौल दास के कार्यकाल में धनोल्टी क्षेत्र की प्रमुख मांग थत्यूड़,  नैनबाग, थौलधार में आई० टी० आई० कॉलेज का निर्माण, थत्यूड़ से सुवाखोली मोटर मार्ग का डामरीकरण, बगशील, बंग्याल, द्वारगढ, रगड गांव आदि विद्यालयों का उच्चीकरण, थत्यूड़ में विद्यूत 33 के वी का शव स्टेशन आदि पूर्ण हुए।

पूर्व विधायक के बड़े बेटे व वर्तमान में अधिसाशी अधिकारी हरिद्वार नगर निगम संजय कुमार ने बताया की कल 2 जुलाई को अन्तिम संस्कार खड़खड़ी हरिद्वार में किया जाएगा। सुबह से ही थत्यूड़ आवास पर अन्तिम दर्शनो के लिए लोग आ जा रहे हैं।

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संवाद365/सुनील सजवाण

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