दिल्ली में हुआ उत्तराखंड के नवनिर्वाचित सांसदों का सम्मान समारोह

June 18, 2019 | samvaad365

उत्तराखंड फिल्म कलाकार संगठन के द्वारा दिल्ली में एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इस कार्यक्रम का नाम जागिजावा था साथ ही इस कार्यक्रम में उत्तराखंड के नवनिर्वाचित सांसदों तीरथ सिंह रावतअजय भट्टऔर अजय टम्टा का भव्य अभिनंदन किया गया. नवनिर्वाचित सांसदों का ये सम्मान समारोह दिल्ली के आईटीओ स्थिति प्यारेलाल भवन के सभागार में किया गया. इस मौके पर रंगमंच कला लोकगीत जगत के लोगों को भी सम्मानित किया गया. साथ ही इस दौरान उत्तराखंड के परिवेश पर बनी फिल्मों का भी प्रोमो दिखाया गया.

कार्यक्रम में मोती शाह और सत्येंद्र नेगी के संगीत निर्देशन में लोकगायकों ने गढ़वाल और कुमाउं के गीतों का गायन भी किया. सबसे पहले मुख्य अतिथि सुरेश पांडे और बाकी अतिथियों ने दीप प्रज्वलित किया जिसके बाद कथक बाल नृत्यांगना श्रीवर्णा रावत ने नृत्य कर कार्यक्रम में चार चांद लगा दिए. इस कार्यक्रम में रविंद्र गुड़ियाल द्वारा लिखित और रमेश डंगरियाल द्वारा निर्देशित लघु नाटक तितरी फंसे चखुलि फंसे का भी मंचन किया गया. राजेश मालगुड़ी की फिल्म हमारी विरासतआरूषी निशंक की फिल्म मेजर निरालासुशीला रावत की फिल्मसुरेश पांडे की फिल्म मंगल द हिल मैन का प्रोमो भी इस दौरान दिखाया गया.

कार्यक्रम के दौरान कार्यक्रम की आयोजक सुशीला रावतमहासचिव नरेंद्र रौथाणकोषाध्यक्ष खुशहाल सिंह बिष्टसर्वेश्वर बिष्टकुसुम चौहान,  ने कार्यक्रम के मुख्य अतिथि सुरेश पांडे तीनों सांसदों रतन सिंह रावत आईआरएसएमएस रावतसंजय जोशीनरेंद्र लड़वाल का भव्य स्वागत किया.

संगठन के महासचिव नरेंद्र रौथाण ने अतिथियों और सभी लोगों का अभिनंदन करते हुए संगठन के उद्देश्यों पर प्रकाश डाला. संगठन ने तीनों सांसदों से निवेदन भी किया कि गढ़वालीकुमांउनी और जौनसारी को संविधान की आठवीं अनुसूचि में डाला जाए इसके लिए एक प्रस्ताव भी संगठन की ओर से दिया गया. इस प्रस्ताव में ये भी कहा गया कि उत्तराखंड की बोली-भाषा के साथ अन्य बोलियों व वालीवुड की फिल्मों के निर्माण को प्रोत्साहन देने से मध्य हिमालय उत्तराखंड के प्राकृतिक सौंदर्य व वहां के पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए प्रयास करने की आवश्यकता है. प्रदेश स्तर पर उत्तराखंड फिल्म परिषद को पुनर्गठित कर उत्तराखंड फिल्म कलाकार संगठन से जुड़े अनुभवी प्रबुद्ध फिल्म निर्माताओं व कलाकारों की भागीदारीप्रवास मे जीवनयापन के लिए संघर्ष कर रहे कलाकारों की समस्याओ के निदान हेतु नीति निर्माण मे संगठन की भूमिका की सुनिश्चता तथा राज्य व केन्द्र सरकार के संस्कृति मंत्रालय द्वारा उत्तराखंड के विलुप्ती की कगार पर खड़े वाद्ययंत्रोंपारंपरिक लोकगीत संगीत नृत्यलोकगाथाओं व अन्य स्मृद्ध हस्तकलाओं के संरक्षण व संवर्धन कर संग्रहालय व वाचनालय निर्मित कर उन्हे संरक्षित व संवर्धित किया जाए. प्रदेश के बुजुर्ग कलाकारों लोकगायकों की लोककला को तत्काल संरक्षित करने की मांग सांसदों के समक्ष रखी गई. संगठन के मसौदा पत्र की प्रति प्रत्येक सांसद को सौपी गई.

इन्हें भी मिला सम्मान

इस अवसर पर आयोजकों द्वारा संगठन का दूसरा सम्मान समारोह आयोजित कर उत्तराखंड जौनसार जनजाति समुदाय चकराता के लोक कलाकार नंदलाल भारती को उत्तराखंड जागिजावा सम्मान. अनिल घिंडियाल को थिएटरफिल्म व रंगमंच पर लोक कला सम्मान. ललित केशवान को लोककला साहित्य सम्मान. हरि सुमन बिष्ट को साहित्य सम्मान. हीरा सिंह राणा को लोककला शिरोमणी सम्मान व 11हजार रुपयो का चैक. गायिका आशा नेगी व पदम गुसांई को कला सम्मान से नवाजा गया.

इस दौरान अमित सागर ने अपने गीतों से लोगों को खूब झुमाया. नवनिर्वाचित सांसद अजय टम्टातीरथ सिंह रावत व अजय भट्ट ने कुंमाउनी व गढ़वाली बोली में लोगो को संबोधित कर बोली-भाषा के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त कर अवगत कराया कि सभी उत्तराखंडी संवेदनशील हैं देश व प्रदेश के प्रति. उन्होंने पूर्णविश्वास के साथ कहा कि अब वक्त आ गया है कि उत्तराखंड की बोली.भाषा को 8वी अनुसूची मे डलवाना ही होगा.

पलायन को माना बड़ी समस्या

सांसदों ने पलायन को उत्तराखंड की प्रमुख समस्या माना. और इसकी समस्यों पर चर्चा भी की. पलायन को पहाड़ी इलाको के गिरते मतदान प्रतिशत से भी जोड़ा. सांसदों ने विश्वास दिलाया कि सरकार की भावी विकास योजनाओं के बल उत्तराखंड से हो रहे पलायन पर अंकुश लगेगा.

नैनीताल सांसद व उत्तराखंड बीजेपी अध्यक्ष अजय भट्ट ने अपने संबोधन के बीच में बचपन के दो गीत सुनाकर श्रोताओं को गदगद किया. सभी सांसदों ने उत्तराखंड फिल्म कलाकार संगठन द्वारा उनके सम्मान मे आयोजित भव्य अभिनन्दन समारोह हेतु संगठन का आभार व्यक्त किया व प्रेषित मांगों को पूर्ण करने हेतु पूर्णविश्वास के साथ आश्वस्त किया.

कार्यक्रम समापन से पूर्व आयोजन की अध्यक्षता कर रहे प्रमुख उद्योगपति सुरेश पांडे ने अपने संबोधन मे उत्तराखंड के सभी नवनिर्वाचित सांसदों का दिल से स्वागत व अभिनन्दन किया. उन्होंने अपने संबोधन में दर्शको का धन्यवाद किया और कहा कि हम देवभूमि के लोग हैं. हमारी पहचान मेहनत व ईमानदारी है.

यह खबर भी पढ़ें-सभी को चौंकाकर लोकसभा स्पीकर बनने वाले ओम बिड़ला के बारे में जानिए…

यह खबर भी पढ़ें-धूमधाम से मनाया गया थत्यूड़ महाविद्यालय का छात्र संघ समारोह

संवाद365/डेस्क

38585

You may also like