घनसाली में विभाग की नाकामी और लापरवाही से कांगड़ा गांव के लोगों ने स्वंय ही 26 सालों से लंबित पड़ा कांगड़ा गांव का सड़क निर्माण कार्य करना शुरू कर दिया है। इस सड़क के निर्माण के लिए गांव के छोटे से लेकर बुजुर्गों तक हर कोई सड़क निर्माण में जुट गया है। ग्रामीणों का कहना है कि उन्होंने कई बार इस बात की शिकायत शासन-प्रशासन से भी की लेकिन उन्होंने शिकायत को कभी गंभीरता से नहीं लिया।
हालात इस कदर बदत्तर हो गए कि अब ग्रामीण अपने घर के कामों और अपने पालतू जानवरों को छोड़ सड़क बनाने के काम में जुट गए हैं। वहीं गांव वालों का कहना है कि जब तक शासन प्रशासन विभाग के उच्च अधिकारी उनका संज्ञान लेने नहीं आते हैं तब तक ग्रामीण यही पर बैठे रहेंगे और सड़क का कार्य खुद ही पूरा करेंगे गांव वालों का कहना है काफी परेशानी झेलने के कारण यहां के बीमार लोगों और गर्भवती महिलाओं को 10 किलोमीटर पैदल चलकर सड़क तक पहुंचाना पड़ता है इसलिए गांव वालों ने खुद ही सड़क को दुरुस्त करने का बेड़ा उठाया है। लोगों का कहना है कि कई बार बीमार लोगों ने आधे रास्ते में ही दम तोड़ दिया है इसलिए सारे गांव वाले खुद सड़क कार्य शुरू करने आए हैं। बताते चलें कि इस सड़क निर्माण कार्य में 70 प्रतिशत महिलाएं भी शामिल हैं। वहीं ग्रामीणों का आरोप है कि ये गांव सिर्फ वोट बैंक भरने वाला गांव बनकर रह गया है। सड़क की कई बार शिकायत करने के बाद भी उन्हें केवल झूठा आश्वासन ही मिला। सड़क बनाने वाले ग्रामीणों में प्रशासन और सरकार के खिलाफ भारी गुस्सा भी देखने को मिला। इस सड़क निर्माण कार्य में ग्राम प्रधान कमला देवी क्षेत्र पंचायत सदस्य कमला देवी रमोला एवं समस्त ग्राम सभा के लोग भी शामिल हैं।
यह खबर भी पढ़ें-शहीद मोहनलाल के परिवार से मिलने पहुंचे मसूरी विधायक, बेटी की शिक्षा का उठाएंगे खर्च
यह खबर भी पढ़ें-इनका जज्बा कर देगा हैरान, दिव्यांग होने के बाद भी पैरों से लिखी तकदीर
घनसाली/ हर्षमणि उनियाल और संजय पंवार