पांच दिवसीय लेखन और रचनात्मक कौशल कार्यशाला का समापन

January 6, 2019 | samvaad365

वर्तमान समय में भविष्य की चुनोतियो की तैयारियों के चक्कर मे माता- पिता अपने बच्चो से उनका बचपन छीनते जा रहे है। बच्चो में छुपी प्रतिभाओ की बाहर लाने और उन्हें बचपन जीने की सीख देने के लिये उत्तराखंड के सीमान्त क्षेत्र खटीमा में चल रहे पांच दिवसीय लेखन और रचनात्मक कौशल कार्यशाला का आज समापन हो गया।

उत्तराखण्ड बाल साहित्य संस्थान,ज्ञान विज्ञान समिति व बाल प्रहरी संस्थाओं द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित इस कार्यशाला में सीमान्त क्षेत्र के 17 स्कूलों के 160 स्कूली बच्चो ने प्रतिभाग कर अपने भीतर छुपे कौशल का प्रदर्शन किया। कार्यशाला के अंतिम दिन खटीमा फाइबर के परिसर में उत्तराखंड बाल  संस्था द्वारा स्कूली बच्चो ने काव्य गोष्टी का आयोजन किया। इस दौरान कार्यशाला में बच्चो द्वारा स्वरचित पुस्तको की भी प्रदर्शनी लगाई गई।

वही हम आपको बता दे कि पांच दिवसीय इस कार्यशाला में  बच्चो की लेखन कला विकसित करने के साथ उनके अंदर छुपी प्रतिभावो को विभिन्न माध्यमो से बाहर लाने का काम किया गया। बच्चो ने लेखन,काव्य कहानी,पेंटिग सहित विभिन्न विषयों को  इस दौरान कार्यशाला में सीखा।कार्यशाला के अंतिम दिन बच्चो ने जंहा स्वरचित काव्य पाठ किया तो वही इस दौरान मंच का संचालन भी बच्चो द्वारा ही किया गया।स्कूली बच्चो ने कार्यशाला में प्रतिभाग कर बहुत कुछ नया सीखने की जंहा बात की तो वही कार्यशाला के आयोजको ने हर वर्ष संस्था द्वारा संचालित इस कार्यशाला में बच्चो की प्रतिभाओं को खेल खेल में विभिन्न माध्यम से बाहर लाना कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य बताया।

यह ख़बर भी पढ़े- हरिद्वार में इंडियन बॉडीबिल्डिंग एसोसिएशन द्वारा कार्यक्रम आयोजित

यह ख़बर भी पढ़े- बेटी के हत्यारों को पिछले पाँच साल से तलाश कर रहा पिता ,नहीं मिला इंसाफ

उधमसिंह नगर/दीपक चंद्रा

29424

You may also like