जम्मू कश्मीर की घाटी जितनी शांत दिखती है उतनी शांत है नहीं, यहां आए दिन भारतीय सेना और आतंकवादियों के बीच मुठभेड़ होना आम बात हो गई है। लेकिन एक बार फिर आतंकियों ने अपने नापाक इरादों को अंजाम दिया है। एक बार फिर उरी हमले की यादें ताजा हो गई है।
दरअसल गुरुवार शाम को आतंकियों ने एक बार फिर खून की होली का खेल खेला उन्होंने अचानक ही भारतीय सिपाहियों पर अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी। इस हमले में अबतक 13 जवानों के शहीद होने की खबर आ रही है। वहीं दूसरी तरफ इस हमले की जिम्मेदारी आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने ली है। आपको बता दें कि श्रीनगर-जम्मू हाइवे पर अवंतीपोरा इलाके में आतंकियों ने सीआरपीएफ के एक काफिले पर अचानक हमला कर दिया। हमले के बाद से ही दक्षिण कश्मीर के कई इलाकों में अलर्ट जारी कर दिया गया है। बताया जा रहा है कि अवंतिपोरा के गरीपोरा के पास आतंकी घात लगाकर बैठे थे। आतंकियों ने इस इलाके में पहले हाइवे पर आईईडी लगाई और ब्लास्ट किया। इसके बाद सीआरपीएफ जवानों के वाहनों पर ऑटोमैटिक हथियारों से जबरदस्त फायरिंग की गई। सीआरपीएफ का वाहन भी आईईडी ब्लास्ट की चपेट में आया। अवंतिपोरा और आसपास के इलाकों में बड़ा सर्च ऑपरेशन शुरू किया गया है। शोपियां, पुलवामा, कुलगाम और श्रीनगर में हाई अलर्ट जारी किया गया है। वहीं इस हमले में 10 जवानों की हालत गंभीर बताई जा रही है जिन्हें इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
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जम्मू-कश्मीर/काजल