बागेश्वर में डिप्थीरिया से 7 बच्चों की मौत, ग्रामीणों ने लगाया स्वास्थ्य विभाग पर लापरवाही का आरोप

September 20, 2020 | samvaad365

बागेश्वर: बागेश्वर जिले के कनलगढ़ घाटी के आधा दर्जन गांवों में बढ़ती डिप्थीरिया यानी कि गलघोंटू बीमारी से लोगों में दहशत है। इस इलाके में यह बीमारी अब तक 7 बच्चों की जान ले चुकी है। इसके बावजूद स्वास्थ्य विभाग बीमारी के कारण और उपचार नहीं खोज सका है। स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही से ग्रामीणों में आक्रोश भी है। आक्रोशित ग्रामीणों ने सीएमओ कार्यालय पहुंचकर प्रदर्शन किया।

पूर्व विधायक ललित फर्स्वाण के नेतृत्व में ग्रामीणों ने मुख्य चिकित्साधिकारी कार्यालय के बाहर प्रदर्शन कर स्वास्थ्य विभाग के खिलाफ नारेबाज़ी की। ग्रामीणों ने कहा कि कई महीनों से क्षेत्र में गलघोटू बीमारी फैली हुई है। पूर्व में जगथाना और चचई गांव में बीमारी का प्रकोप था, अब यह बढ़कर सुमटी, बैसानी, पुड़कूनी, नानकन्यालीकोट, चलकाना सहित क्षेत्र के सभी गांवों में फैल गया है। बीमारी के कारण क्षेत्र के लोगों में भय का माहौल है. लेकिन इसके बाद भी स्वास्थ्य विभाग इसे गंभीरता से नहीं ले रहा है। उन्होंने कहा कि जिला अस्पताल में इलाज के लिए आने वाले बच्चों को हल्द्वानी रेफर कर दिया जा रहा है।

वहीं मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि गांव में डाॅक्टरों की टीम लगातार माॅनिटरिंग कर रही है। जिन गांवों में बीमारी के लक्षण दिख रहे हैं वहां सभी को टीका लगाया जा रहा है। ज़िले में पहले से कोरोना महामारी का खौफ है तो अब डिप्थीरिया ने भी लोगों में खौफ पैदा कर दिया है, लेकिन ग्रामीणों का आरोप है कि प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग इस पर कोई भी ध्यान नहीं दे रहा है।

https://youtu.be/tp3GygQvyFI

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संवाद365/हिमांशु गढ़िया

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