अल्मोड़ा: जिले के एक मात्र कोविड-19 जांच केंद्र में 24 घंटे अपनी टीम के साथ लगे हैं डॉ. जितेंद्र देवरारी

April 26, 2021 | samvaad365

देश भर में COVID 19 के बढ़ते मामलों के साथ, कोरोना टेस्ट करना एक समस्या बनता जा रहा है. ऐसे में अल्मोड़ा मेडिकल कॉलेज में डॉ. जितेंद्र देवरारी जिले के एक मात्र टेस्टिंग सेंटर में दिन रात अपनी सेवाएं दे रहे हैं.

देवारी 21 डॉक्टरों में से एकमात्र माइक्रोबायोलॉजिस्ट हैं जिन्हें इस काम के लिए भर्ती किया गया है। चार लेब चेकनीशियन्स की टीम के साथ, देवरारी लगभग छह महीने से एक दिन की भी छुट्टी लिए बिना काम कर रहे हैं.

अल्मोड़ा मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल, आरजी नौटियाल के मार्गदर्शन में, सरकारी COVID-19 परीक्षण सुविधा स्थापित की गई थी, जहां पर डॉ. जितेंद्र देवरारी अपनी सेवाएं दे रहे हैं.

दवरारी कहते हैं की पद स्वीकार करते वक्त मुझे पता था की ये जिम्मेदारी कितनी महत्वपूर्ण है. इन दिनों, काम का भार बढ़ गया है। मैं 24×7 की सुविधा पर हूं, दिन-रात नमूनों का परीक्षण कर रहा हूं … कभी-कभी, मैं खाना भूल जाता हूं या बस समय नहीं मिलता है। लेकिन अभी जो काम में कर रहा हूं वो जरूरी है.

अल्मोड़ा मेडिकल कॉलेज से जुड़े बेस अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक एससी गडकोटी ने कहा की “ डॉ. देवरारी की उपस्थिति हमारे लिए बहुत बड़ा सहारा है.  हम कितने भी नमूने भेजें, वो तब तक नहीं जाते जब तक कि दिन के सभी नमूनों का परीक्षण नहीं करते”

अल्मोड़ी लेब में हर दिन करीब 900 से 1,100 नमूनों का परीक्षण किया जाता है. डॉ देवरारी ने बताया की उनहोंने अब तक लगभग 25,000 नमूनों का परीक्षण कर लिया है. जिले में अगर डॉ देवरारी और उनकी टीम नहीं होता, तो कोविड -19 के सारे सेंपल परीक्षणों के लिए हल्द्वानी भेजे जाते, जिससे रिपोर्ट आने में कुछ दिन लगते. कभी-कभी तो नमूने ही गायब हो जाते थे. लेकिन अल्मोड़ा में ही टेस्ट होने की वजह से रिपोर्ट आने में चार घंटे ही लगते हैं. अल्मोड़ा में अब तक 4,302 कोविड -19 मामले सामने आए हैं, जिनमें से 597 अभी सक्रिय मामले हैं.

डॉ देवरारी सेना से रिटॉयर्ड जवान के बेटे हैं. उन्होंने उधम सिंह नगर के पंतनगर से स्कूलिंग की है, उनका परिवार – पिता, माता और एक छोटा भाई भी पंतनगर में ही रहते हैं. हल्द्वानी के सुशीला तिवारी मेडिकल कॉलेज से ग्रेजुएशन करने के बाद, देवरारी पोस्ट ग्रेजुएशन के लिए बेंगलुरु चले गए और 2018 में मणिपाल विश्वविद्यालय से माइक्रोबायोलॉजी में पीएचडी कर अपनी डॉक्टरी की पढ़ाई पूरी की.

(संवाद 365 , डेस्क)

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