बागेश्वर : ग्रामीणों ने किया पहाड़ की पौराणिक विरासत घराट का जीर्णोद्धार

July 7, 2021 | samvaad365

बागेश्वर (गरूड़) की लाहुर घाटी में बसे ग्रामसभा सलखन्यारी के अंतर्गत ग्राम सिरानी के ग्रामवासियों ने मिलकर पहाड़ की पौराणिक विरासत घराट (घट) का जिर्णोद्धार किया। सिरानी गांव जिले के काफी दूर पिछड़े इलाके में बसा हुआ है जहां सिर्फ 19 परिवार रहते है़ं। यहां के ग्रामीण वर्तमान में भी अनाज पिसने के लिए घराट पर आश्रित हैं। घराट का पत्थरों से आच्छादित छत काफी जर्जर हो चुका था और कभी भी टूटने के कगार पर था और घराट में इस्तेमाल आने वाले लकड़ी के उपकरण ( फिरक, फितड़ ) को भी गांव के ही मिस्तरी गुमान सिंह तुलेरा की मदद से बदलकर नया लगाया गाय। इलाके में पहले तीन घराट थे परंतु अब सिर्फ एक ही बचा है। घराट के मालिक आन सिंह तुलेरा ने बताया कि यह घराट चार पीढ़ीयों से उपयोग में आ रहा है। अब वे इस घराट का कामकाज देखते हैं। इससे पहले उनके दादा, पिताजी घराट का देखरेख करते थे। तब घराट में अनाज पीसने के लिए इलाके भर से दूर – दूर के गांव के लोग आते थे। अब जमाने में बदलाव आ गया है लोग बिजली चालित चक्की पर आश्रित हो चुके हैं जिससे पहाड़ के घराट की विरासत संंकट में है। सिरानी के ग्रामीणों का कहना है कि घराट की इस विरासत को भी आज संजोने की बहुत जरूरत है प्रशासन को भी इस ओर ध्यान देना चाहिए। घराट के इस जिर्णोद्धार के कार्य में गांव के युवाओं ने भी भागीदारी की। खीम सिंह तुलेरा, भूपाल सिंह तुलरा, जीवन सिंह तुलेरा , बलवंत सिंह तुलेरा सहित अन्य ग्रामीणों ने यह कार्य किया।

संवाद365,डेस्क

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