बड़ी खबर: पुरोला के एसडीएम सोहन सिंह सैनी ने विधायक दुर्गेश्वर लाल से बताया जान को खतरा, थाने में दी तहरीर

May 29, 2022 | samvaad365

पुरोला के नए नए विधायक बने दुर्गेश्वर लाल पहली बार विधायक बने तो एक बड़ा विवाद भी अब उनसे जुड़ गया है. पुरोला विधायक के खिलाफ एसडीएम ने पुरोला थाने में एक तहरीर दी है. बड़ी बात ये है की एसडीएम ने विधायक से अपनी जान को खतरा बताया है.

एसडीएम सोहन सिंह सैनी  द्वारा थाने में दी गई तहरीर में कहा गया है विधायक और उनके समर्थनों द्वारा उन्हें जान से मारने की धमीक दी गई है. उन्होंने कहा की उनपर अनावश्यक रूप से दबाव बनाया जा रहा है. इससे पहले भी एसडीएम द्वारा अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई के दौरान विधायक और एसडीएम के बीच कहासुनी का एक वीडियो सामने आया था जिसमें विधायक ने एसडीएम के सामने सरकारी दस्तावेज फाड़े थे. विधायक और उनके समर्थकों पर एसडीएम ने बाजार में उनके खिलाफ नारेबाजी औऱ अभद्रता के भी आरोप लगाए हैं.

उपजिलाधिकारी पुरोला सोहन सिंह सैनी ने अपने पत्र में बताया कि 21 मई को नगर पंचायत पुरोला द्वारा निकाय क्षेत्रार्न्तगत अवैध अतिक्रमण हटवाया गया. इसके अतिरिक्त विधायक द्वारा उसी दिन रात लगभग 10.00 बजे उन्हें पुरोला स्थित विश्राम गृह बुलाया गया. हालांकि रात ज्यादा होने का हवाला देते हुए मेरे द्वारा असमर्थता व्यक्त की गई. उन्होंने कहा, ‘मुझे विश्वस्त सूत्रों से पता चला था कि विधायक और उनके राजनीतिक मित्र मेरे साथ किसी प्रकार की अभद्र भाषा का प्रयोग कर बदतमीजी कर सकते हैं. फिर भी अगली रारिख को सुबह विधायक से मिलने गया तो उन्होंने मुझे विश्राम गृह की जगह मुख्य बाजार में ही मिलने को कहा.’

उन्होंने आरोप लगाया कि विधायक के स्तर से मेरी हत्या करवाए जाने तथा एससी/एसटी एक्ट के अन्तर्गत मुकदमा दर्ज करवाए जाने जैसी कई प्रकार की धमकियां भी मिल रही हैं. उन्होंने कहा, ‘चूंकि पूर्व में परगना पुरोला क्षेत्रार्न्तगत उप जिलाधिकारी आवास जैसे स्थानों में आगजनी जैसी घटनाएं घटित हो चुकी हैं तथा मेरे पूर्ववर्ती उप जिलाधिकारियों के साथ विभिन्न प्रकार की घटनाऐं भी घटित हुई है, जिसे देखते हुए भविष्य में अगर मेरे साथ किसी प्रकार की अप्रिय घटना घटित होती है तो उसकी सम्पूर्ण जिम्मेदारी पुरोला विधायक दुर्गेश्वर लाल की रहेगी.’

दूसरी और विधायक ने भी अपनी सफाई में कहा है की उनपर लगे आरोप निराधार हैं. उन्होंने एसडीएम पर ही भ्रष्टाचार के आरोप लगाते हुए मुख्यमंत्री ने उन्हें तत्काल निलंबित करते हुए उनके खिलाफ विजिलेंस जांच करने की मांग की है.

बहरहाल पुरोला थानाध्यक्ष अशोक कुमार ने बताया है कि उपजिलाधिकारी ने थाने में तहरीर दी है लेकिन अभी मुकदमा दर्ज नहीं किया गया है. मामले की जांच की जा रही है जिसके बाद ही किसी तरह की कोई कार्रवाई की जाएगी.

(संवाद 365, डेस्क)

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