लगातार बढ़ रहे कोरोना संक्रमण को देखते हुए बहुत जरूरी है अपनी प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाना ,ताकि फैल रहे कोरोना संक्रमण से हम खुद को बचा सके ऐसें में डॉक्टरस भी यही कहते हैं की आप अपनी रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाकर कई हद तक कोरोना संक्रमण से बच सकते हैं तो ऐसे में कुछ जरूरी बातें हम आपके लिए लेकर आएं हैं जिसके लिए आपको कहीं बाहर जाने की जरूरत नहीं हैं क्योकि ये सभी आपको पास आसानी से घर पर ही मिल जाएंगी और इसके इस्तेमाल से आप अपनी रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ा सकते हैं । तो सबसे पहले बात सुबह की शुरूआत से करेगें
जल्दी उठिए, लेकिन सेहतमंद नींद के बाद
इम्युनिटी यानी रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में सबसे महत्वपूर्ण है सुबह के वक्त जल्दी उठना। लेकिन जल्दी उठने का मतलब यह भी नहीं है कि आपको आधी-अधूरी नींद लेनी है। रोजाना कम से कम 7 घंटे (और अधिकतम 8 घंटे) की नींद जरूरी है। क्योकि अगर आप अपनी नींद पूरी नहीं करते तो आपका तनाव बढ़ाता है, जिससे शरीर में इम्युनिटी सिस्टम कमजोर होता है इसलिए पर्याप्त नींद ले ।
धूप , ध्यान कसरत ,योग भी जरूरी
जल्दी उठने के साथ ही नियमित तौर पर वॉकिंग और कसरत या योग करना भी जरूरी है। रिर्सच के अनुसार मॉर्निंग वॉक, मालिश और कसरत/योग से शरीर में ऐसे एंजाइम्स और हॉर्मोन स्रावित होते हैं जो हमारी रोग-प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाकर कोरोनावायरस जैसे फ्लू से भी बचाव करने में सहायक होते हैं। साथ ही यह भी कोशिश करें कि मॉर्निंग वॉक और कसरत का समय ऐसा हो कि आपके शरीर को सुबह की 20 से 30 मिनट तक धूप भी मिल सके क्योकि धूप से आपको विटामिन डी मिलता है जो आपके शरीर के लिए बहुत जरूरी है , लेकिन कोशिश करें की धूप सुबह के समय की हो ।
सुबह का नाश्ता जरूर लें
रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में मेटाबॉलिज्म का महत्व होता है। हमारा मेटाबॉलिज्म जितना अच्छा होगा, हमारी रोग-प्रतिरोधक क्षमता भी उतनी ही बेहतर होगी। मेटाबॉलिज्म बढ़ाने के लिए न केवल सुबह का नाश्ता जरूरी है, बल्कि चार-चार घंटे के अंतराल पर कुछ हेल्दी खाना भी आवश्यक है। अपनी डाइट में रोजाना दही या छाछ (मठा) अथवा दूध-पनीर जैसी चीजों को भी अवश्य शामिल करें जिनके गुड बैक्टीरिया आपको बीमार होने से बचाएंगे।
गिलोय
अगर आपको बार-बार सर्दी-जुकाम, खांसी रहती है या जल्दी बुखार पकड़ लेता है तो आपकी इम्यूनिटी यानी रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर है। इम्यूनिटी पॉवर को बढ़ाने के लिए पूरे ब्रह्मांड में गिलोय से अचूक औषधि और कोई नहीं है। गिलोय का रस पीने से कई बीमारियों से सुरक्षा मिलती है।पाचन में सुधार लाने में भी गिलोय बहुत लाभकारी होता है। कब्ज से राहत पाने के लिए भी गिलोय का सेवन किया जा सकता है। अगर आपको कब्ज की समस्या रहती है तो आप गिलोस के रस का सेवन कर सकते हैं।
विटामिन सी युक्त फलों का करें सेवन
रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने वाली चीजों में विटामिन सी का नाम प्रमुखता से आता है। विटामिन सी सबसे ज्यादा खट्टे फलों में मौजूद होता है जैसे संतरा, मौसमी, किन्नू, स्ट्रॉबेरी, जामुन, नींबू और आंवला। विटामिन सी शरीर में श्वेत रक्त कोशिका को बनाता है जो कि इंफेक्शन से लड़ने में शरीर की मदद करता है।
हल्दी है काफी असरदार
हल्दी के बारे में तो जानते ही हैं कि आपकी रसोई में इससे बढि़या कोई दवा नहीं है। हल्दी को दर्द निवारक भी कहा जाता है, इम्युनिटी बढ़ाने के लिए हल्दी का सेवन नियमित रूप से करें। आप हल्दी वाला दूध पी सकते हैं। और अगर आपको हल्दी वाला दूध पीने में दिक्कत हो तो आप इसमें इलायची और सौंफ डाल सकते हैं ।
अदरक
अदरक एक गर्म खाद्य पदार्थ है। कफ और खांसी के इलाज में इसे रामबाण कहा गया है। अदरक का सेवन आपको इंफेक्शन और फ्लू से बचाता है। इम्युनिटी बढ़ाने के लिए अदरक का सेवन सब्जी, चाय, काढ़ा आदि के रूप में कर सकते हैं। अदरक कोलेस्ट्रॉल को भी नियंत्रित रखता है और पुराने दर्द में भी काम करता है।
– लहसुन:
लहसुन को तामसी भोजन में शामिल किया गया है लेकिन यह एक औषधि है। रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में लहसुन काफी मददगार है। लहसुन निम्न रक्तचाप और धमनियों को सख्त बनाने में मदद करता है। लहसुन में एलिसिन पाया जाता हो जो कि रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए जाना जाता है।
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पालक :
पालक आपको सब्जी की किसी भी दुकान पर मिल जाएगा। पालक विटामिन सी का सबसे बड़ा स्त्रोत है। इसमें कई तरह के एंटीऑक्सिडेंट होते हैं जो हमारे प्रतिरक्षा प्रणाली की संक्रमण से लड़ने की क्षमता को बढ़ाते हैं। पालक को धीमी आंच पर पकाना चाहिए, नहीं तो इसमें मौजूद पोषकतत्व नष्ट हो जाएंगे।
पूरे दिन गर्म पानी पिएं
आयुष मंत्रालय के अलावा आईसीएमआर की ओर से भी थोड़ी-थोड़ी देर में गर्म पानी पीने की सलाह दी गई है। आयुर्वेद में इसके फायदों के बारे में बताया गया है कि गर्म पानी पीने से जठराग्नि सही रहती है और बीमारियां नहीं होतीं। गर्म पानी पीने से वायरस के इंट्री पॉइंट यानी गले में वायरस अपनी संख्या नहीं बढ़ा पाते हैं और शरीर को प्रभावित नहीं कर पाते हैं।
काढ़ा
आप घर में मौजूद कुछ चीजों का इस्तेमाल कर आसानी से काढ़ा बना सकते हैं । जैसे जीरा, अजवायन, पीपल, काला नमक, हल्दी, लौंग, गिलोय, अदरक, सौंठ, तुलसी के पत्ते और काली मिर्च। इन सभी को डेढ़ से दो लीटर पानी में कूटकर या ऐसे भी डालकर अच्छे से उबाल लिजिए। जब पानी पक जाएगा तो उसका रंग हल्का ब्राउन हो जाएगा। इस पानी को ठंडा कर लीजिए और दिन में दो बार पी लिजिए. आप अपनी जरूरत के हिसाब से उसमें गुड़ या नींबू का रस भी मिला सकते हैं। लेकिन ध्यान रहे की किसी भी चीज की अति अच्छी नहीं होती.
संवाद 365 , डेस्क