चमोली: राज्यपाल बेबी रानी मौर्य और विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल ने चमोली ज़िले के तपोवन का दौरा किया.
राज्यपाल ने कहा, “हम लगातार अधिकारियों के संपर्क में हैं. यह प्राकृतिक आपदा है जो किसी के वश में नहीं है। ईश्वर से प्रार्थना है कि अंदर फंसे लोग जल्दी बाहर आएं.”
उत्तराखंड: राज्यपाल बेबी रानी मौर्य और विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल ने चमोली ज़िले के तपोवन का दौरा किया।
राज्यपाल ने कहा, "हम लगातार अधिकारियों के संपर्क में हैं। यह प्राकृतिक आपदा है जो किसी के वश में नहीं है। ईश्वर से प्रार्थना है कि अंदर फंसे लोग जल्दी बाहर आएं।" pic.twitter.com/ZDISpAypUj
— ANI_HindiNews (@AHindinews) February 11, 2021
कई परिजन राज्यपाल बेबीरानी मौर्य के सामने फूट-फूट कर रोए। उन्हाेंने कहा कि सुरंग में फंसे हमारे लोगों को निकालने के लिए राहत बचाव कार्य धीमी गति से हो रहा है।
वहीं दोपहर में रैणी क्षेत्र में अलकनंदा नदी में पानी का बहाव बढ़ गया जिस वजह से राहत बचाव कार्यों में लगी मशीनों और कर्मियों को वापस बुला लिया गया है. लोगाें को प्रभावित क्षेत्र से हटाया जा रहा है।
ऋषिगंगा में जल प्रलय के बाद तपोवन जल विद्युत परियोजना की निर्माणाधीन सुरंग में फंसे तीन इंजीनियरों समेत 35 कर्मचारियों तक पहुंचने में सुरंग के जरिए भारी मात्रा में आ रहा मलबा बचाव दल के समक्ष बड़ी बाधा बनकर सामने आया है. अभी तक आपदा में 170 लोग लापता हैं। 34 लोगों के शव बरामद कर लिए गए हैं, जिनमें से नौ लोगों की शिनाख्त हो चुकी है। 12 मानव अंग क्षत-विक्षत हालत में मिले हैं। हेलीकॉप्टर से लगातार नीती घाटी के गांवों में राहत सामग्री वितरित की जा रही हैं.
(संवाद 365/कुलदीप राणा आजाद)
यह भी पढ़ें-पिथौरागढ: ऊधमसिंहनगर ने अपने नाम की ओपन पुरूष वर्ग उत्तराखण्ड राज्य स्तरीय हाॅकी प्रतियोगिता