उत्तरखंड राज्य में अपनी विभिन्न मांगों को लेकर आंदोलनरत ठेकेदार संघ अब क्रमिक अनशन करने को मजबूर हो गए है। मामला रॉयल्टी और जीएसटी के बढ़ने से ठेकेदार संघ को धरने प्रदर्शन और क्रमिक अनशन करने पड़ रहे हैं। वहीं आज टिहरी जनपद के घनसाली ठेकेदार संघ ने लोक निर्माण विभाग घनसाली के घुमेटीधार कार्यलय में प्रदर्शन कर क्रमिक अनशन शुरू किया। प्रदर्शन में मौजूद सेंकड़ों लोगों ने नारेबाजी करते हुए कहा कि सरकार हमारी मांगों को पूरा करें हमें गोल मोल जवाब ना देकर स्पष्ट जवाब दे । वही इस क्रमिक अनशन में मौजूद ठेकेदार संघ घनसाली के अध्यक्ष प्यार सिंह बिष्ट ने कहा कि उत्तराखंड का हर ठेकेदार सरकार की इस पॉलिसी से परेशान है, हर कोई त्राहिमाम त्राहिमाम कर रहा है। वहीं उन्होंने यह आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार का ये फैसला पहाड़ के बिल्कुल विपरीत है, पहाड़ों से निकलने वाले खनिज को वहीं फेंकना और दूर ऋषिकेश या अन्य शहरों से खनिज खरीदकर लाना कहा तक उचित है। संघ के अध्यक्ष ने कहा कि सरकार की पॉलिसी सिर्फ अपने चहेते को फायदा पहुंचाने के सिवा और कुछ नहीं है। उन्होंने कहा कि हम सरकार को कई बार ज्ञापन भेज चुके हैं जबकि कुछ दिन पूर्व ठेकेदार संघ मुख्यमंत्री धामी से इस संबंध में मुलाकात कर चुका है लेकिन सरकार अभी तक ठेकेदारों की मांगों पर गंभीर विचार नहीं कर पाई है, वहीं उन्होंने कहा कि ठेकेदार संघ ने अभी तक इस सरकार के खिलाफ कोई धरना प्रदर्शन नहीं किया लेकिन सरकार अगर अपनी इस नजायज पॉलिसी को वापस नहीं लेती है तो ठेकेदार संघ उग्र आंदोलन करने को मजबूर हो जाएगा और सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर पुतले दहन भी किए जाएंगे ।
संवाद 365, हर्षमनी उनियाल
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