कोरोना संकट: नहीं होगा भद्रराज देवता का प्रसिद्ध मेला

May 8, 2020 | samvaad365

धनोल्टी: वर्तमान समय में देश कोरोना संकट से जुझ रहा है जिसके चलते 17 मई 2020 तक देश में तीसरे चरण का लॉकडाउन बढ़ाया गया है। जिससे वैशाख माह में उत्तराखण्ड के ग्रामीण परिवेश में आयोजित होने वाले देव ढोली नृत्य व थौलु मेले सामाजिक दूरी के चलते आयोजित नहीं हो पा रहे है। वहीं मसूरी के पास दुधली (विन्हार) में 14 मई को प्रत्येक वर्ष आयोजित होने वाले विशाल घीयामाई संक्रान्ती पूजा एवं भद्रराज मेले को कोरोना संकट एवं सामाजिक दूरी के चलते आयोजित न करने का निर्णय मन्दिर समिति के सभी पधाधिकारियों द्वारा वीडियो कान्फ्रेसिगं के जरिए आयोजित बैठक में लिया गया है।

मन्दिर समिति के अध्यक्ष राजेश नौटियाल ने हमारे संवाददाता सुनील सजवाण को दुरभाष पर जानकारी दी कि इस बार भद्रराज देवता की पालकी के निवास स्थान मटोगी विनार गांव विकास नगर में भद्रराज देवता की पालकी को स्नान कराकर  पूजा अर्चना वहीं गांव में ही की जाएगी। राजेश नौटियाल ने बताया कि मसूरी दुधली में आयोजित होने वाला विशाल भद्रराज मेला देश में चल रहे कोरोना संकट व सामाजिक दूरी के चलते इस बार आयोजित नहीं किया जाएगा। यह निर्णय समिति ने वीडियो कान्फ्रेसिगं में आयोजित बैठक में लिया।

मात्र कुल पुरोहित व कुछ अन्य लोग सामाजिक दूरी को देखते हुए पूजा अर्चना करेंगे व कोरोना संकट से जुझ रहे विश्व को इस संकट से निजात के लिए भगवान बलभद्र भद्रराज देवता से प्रार्थना करेगें। उन्होंने जारी प्रेस विज्ञप्ती में भी दुधली भद्रराज मेले में आने वाले श्रद्धालुओं से निवेदन किया है कि इस बार वे सभी लोग अपने घरों पर ही रहे व सोशल डिस्टेसिंग के नियमों का पालन करें।

वीडियो कान्फ्रेसिंग के द्वारा आयोजित बैठक में मन्दिर समिति के अध्यक्ष व समाजसेवी राजेश नौटियाल, सचिव डी० एस० पुण्डीर, उपाध्यक्ष बलवन्त तोमर, उपाध्यक्ष अनिल पंवार, कोषाध्यक्ष इतेन्द्र तोमर, कोषाध्यक्ष महावीर रावत, पं० मोहन लाल तिवारी, पं० जगत राम मैठाणी, पं० आदेश तिवारी, विक्रम पुण्डीर सम्मलित थे।

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संवाद365/सुनील सजवाण

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