एम्स ऋषिकेश में विश्व फार्मासिस्ट दिवस के अवसर पर कार्यक्रमों का आयोजन

September 28, 2020 | samvaad365

ऋषिकेश: अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान एम्स ऋषिकेश में फार्माकोलॉजी विभाग व केंद्रीय फार्मेसी के संयुक्त तत्वावधान में विश्व फार्मासिस्ट दिवस के उपलक्ष्य में विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए गए। इस अवसर पर फार्मासिस्टों से कोविड महामारी के दौर में मरीजों की सेवा तत्परता से करने का आह्वान किया गया। कार्यक्रम के तहत रंगोली सजाई गई, साथ ही रंगोली व फार्मेसी में विशिष्ट सेवाओ में अव्वल प्रदर्शन करने वाले प्रतिभागियों को संस्थान की ओर से सम्मानित किया गया।

इस अवसर पर अपने संदेश में संस्थान के निदेशक पद्मश्री प्रोफेसर रवि कांत ने कहा कि फार्मासिस्ट्स को कोविड-19 के समय एक योद्धा की तरह ज्ञान और अनुभव के आधार पर सदैव तैयार रहने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि इतिहास गवाह है जिसने भी ज्ञान और समय का सकारात्मकता से सही उपयोग किया है वही हमेशा विजेता बन कर उभरे हैं। निदेशक पद्मश्री प्रो.रवि कांत ने कहा कि यह सुनिश्चित है कि आज जो कोरोना वायरस रूपी इस वैश्विक महामारी से युद्ध है, इसमें हरहाल में जीत मेडिकल वर्कर्स की ही होगी।

इस अवसर पर चिकित्सा संकायाध्यक्ष (शैक्षणिक) प्रोफेसर मनोज गुप्ता  ने कहा कि एम्स जैसे संस्थान में कोविड-19 के समय में फार्मासिस्ट की जिम्मेदारी और भी अधिक बढ़ गई है। लिहाजा ऐसे संकट के समय में हमारा एक ही मूलमंत्र होना चाहिए कि हमारे लिए मरीज की सेवा प्रथम है। उन्होंने कहा कि हम इस बीमारी से तभी मुकाबला कर सकते हैं जबकि हम चिकित्सा क्षेत्र में हो रहे नए नए अनुसंधानों से हमेशा अपडेट रहें।

चिकित्सा अधीक्षक प्रो. ब्रिजेंद्र सिंह ने कहा कि फार्मेसी विभाग किसी भी संस्थान का मुख्य अंग होता है। कोविड-19 में फार्मासिस्ट की भूमिका और भी अधिक चुनौतिपूर्ण हो गई हैI उन्होंने कहा कि हमें अन्य सभी संस्थानों से अच्छी बातें सीखकर अपनी चिकित्सकीय गुणवत्ता बढ़ाने पर जोर देना होगा और सकारात्मक सोच व ईमानदारी से आगे बढ़ना ही हमारी प्रतिबद्धता होनी चाहिए।

फार्माकोलॉजी विभागाध्यक्ष प्रो. शैलेंद्र हांडू ने एम्स में स्थापित केंद्रीय फार्मेसी की एक वर्ष की प्रगति व आने वाले लक्ष्यों पर विचार व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि हम तकनीक और पारदर्शिता को अपने कार्य में सम्मलित कर एक सुदृढ़ व्यवस्था का निर्माण कर सकते हैं।

कार्यक्रम का संचालन करते हुए डा. गौरव चिकारा ने कहा कि केन्द्रीय फार्मेसी ने प्रक्रिया को ऑनलाइन कर दवा वितरण व्यवस्था को सरल बनाया है। हम जन-औषधि केंद्र के माध्यम से मरीजों को किफायती व गुणवत्तापरक दवाएं उपलब्ध करा रहे हैं। हमने सब स्टोर के माध्यम से सीधे मरीज तक दवा वितरण व्यवस्था को लागू किया है। डा. पुनीत धमीजा ने कहा कि हमें कोविड जैसी महामारी से निपटने को हमेशा तैयार रहना चाहिए। बताया कि एम्स जैसे संस्थान में इमरजेंसी सेवाओं में फार्मासिस्ट की भूमिका और भी अधिक बढ़ जाती है।

कार्यक्रम के तहत एम्स संस्थान में ई-फार्मेसी के एक वर्ष सफलतापूर्वक पूर्ण होने पर केक काट कर वर्षगांठ मना गई। कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रो.ब्रिजेन्द्र सिंह व संचालन डा. गौरव चिकारा ने किया।

इस अवसर पर रंगोली कार्यक्रम का आयोजन भी किया गया, जिसमें उम्दा प्रदर्शन के लिए कृतिका, हिमानी, बबीता, दिव्या, कल्पना, नवल डिमरी, सत्य सिंह, विजय नेगी व श्रीयांश जैन को सम्मानित किया गया, साथ ही अपनी अहम भूमिका के लिए विभाग की ओर से रवि रजक व खुशीराम बलूनी को सम्मानित किया गया।

कार्यक्रम में डा. पुनीत धमीजा, डा. साजिया हसन, जितेंद्र शर्मा, संगीता बिष्ट, मीनाक्षी, हिमानी सिंह, संजय कुमार, विकास सिंह, राजीव कपिल, काजल, प्रमोद, लक्ष्मी, आरती, विजयपाल, अनुराग, कुलदीप, अनिल मटियाल, सचिन कंडारी, यशवंत नेगी, आरती आदि मौजूद थे।

https://youtu.be/BLVSyNO7KsE

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संवाद365/हेमवती नंदन भट्ट

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