नरेंद्रनगर कोषागार में पकड़ा गया ढाई करोड़ का घोटाला
नरेंद्रनगर की पुलिस ने 24 घंटों के भीतर पांच अभियुक्तों को गिरफ्तार कर कोर्ट में किया पेश
इससे पूर्व नई टिहरी कोषागार में भी हो चुका है ऐसा घोटाला
नई टिहरी कोषागार के बाद नरेंद्रनगर के कोषागार में भी ढाई करोड़ का घोटाला पकड़ा गया है,
नरेंद्रनगर के कोषागार में फर्जीवाड़े का घोटाला पकड़े जाने के तुरंत बाद कोषागार अधिकारी नई टिहरी के माध्यम से नरेंद्रनगर थाने में मुकदमा पंजीकृत किया गया.
संगीन जुर्म के इस मामले का संज्ञान लेते ही वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक टिहरी के आदेश पर नरेंद्रनगर की पुलिस ने एस एच ओ प्रदीप पंत की अगुवाई में कार्रवाई करते हुए 24 घंटे के भीतर घोटाले को अंजाम देने वाले पांच अभियुक्तों को धर दबोचा, तथा उन्हें सुसंगत धाराओं में अग्रिम कार्रवाई हेतु न्यायालय में पेश किया गया है.
कोषागार से गबन की गयी कुल धनराशि 2 करोड़ 48 लाख 46 हजार 829 रुपए है.
धोखाधड़ी को अंजाम देने वालों में नरेंद्रनगर कोषागार के कोषाधिकारी जगदीश चंद्र द्वारा गबन की गई धनराशि 5 लाख 13 हजार 542 रुपये, अकाउंटेंट बिना है चौधरी द्वारा गबन की गई धनराशि 1 करोड़ 19 लाख 68 हजार 579 रुपए; कोषागार में तैनात पीआरडी जवान द्वारा गबन की गई धनराशि 23 लाख 46 हजार748रुपये, पशुपालन विभाग के लिपिक कल्पेश भट्ट द्वारा गबन की गई धनराशि 26 लाख 54 हजार ₹302 रुपये तथा रंजीत कुमार द्वारा गबन की गई धनराशि 1 लाख 39 हजार 325 रुपए है.
अभियुक्तों को पकड़ने वाली गठित टीम में एस एच ओ प्रदीप पंत, एसएसआई शमशेर अली,एस आई शांति प्रसाद डिमरी,कांस्टेबल सुभाष रयाल,सचिन रावत, वीरेंद्र सिंह नेगी, प्रदीप खंडूरी व तेजवीर सिंह शामिल थे.
अपर पुलिस अधीक्षक राजन सिंह ने बताया कि घोटाले की इस घटना को अंजाम देने वालों में 12 लोग बताए जा रहे हैं, मामले की विवेचना जारी है और अन्य अभियुक्तों को भी पुलिस तुरंत गिरफ्तार करेगी.
(संवाद365,वाचस्पति रयाल)
यह भी पढ़ें- डोईवाला- सरकार के 5 साल पूरे होने पर त्रिवेंद्र सिंह रावत ने गिनाईं उपलब्धियां