शारदीय नवरात्रि का आज 9 अक्टूबर को तीसरा दिन है । आज देवी चंद्रघंटा की पूजा की जाती है । मां चंद्रघंटा को राक्षसों का वध करने वाली देवी कहा जाता है। मान्यता है कि मां दुर्गा के चौथे रूप मां चंद्रघंटा के माथे पर घंटे के आकार की अर्धचंद्र सुशोभित है और इसलिए इन्हें मां चंद्रघंटा के नाम से पूजा जाता है। मां चंद्रघंटा सिंह पर विराजमान हैं और इनके दस हाथ हैं। कहा जाता है कि मां चंद्रघंटा की भक्तिभाव से पूजा करने से मां खुश होकर अपनी कृपा बरसाती है । आज के दिन देवी चंद्रघंटा को प्रसन्न करने के लिए निम्न मंत्रो का जाप किया जा सकता है । पहला मंत्र: पिण्डज प्रवरारूढा चण्डकोपास्त्रकैर्युता। प्रसादं तनुते मह्यम् चन्द्रघण्टेति विश्रुता॥दूसरा मंत्र: या देवी सर्वभूतेषु मां चन्द्रघण्टा रूपेण संस्थिता। नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः॥
संवाद365,डेस्क
यह भी पढ़ें-सीएम धामी ने की अस्पताल में भर्ती विधायक खजान दास से मुलाकात