हरिद्वार के मशहूर घाट हर की पौड़ी में बहने वाली गंगा को उसकी खोई हुई पहचान वापस मिल गयी है , हरिद्वार में गंगा को फिर से नदी की पहचान वापस मिलने के बाद तीर्थ पुरोहितों का 60 से ज्यादा दिनों से चल रहा धरना भी खत्म हुआ.
दरअसल 2016 में हरीश रावत की सरकार ने हर की पौड़ी पर गंगा को स्क्रैप चैनल का नाम दे दिया गया था, इससे यहां बहने वाली गंगा की जलधारा को नदी ना मानकर नहर का दर्जा दिया गया था, जिसका चारों तरफ विरोध हुआ था. ऐसा भी माना जाता है की हरीश रावत को इसी कारण चुनाव में मुँह की खानी पड़ी और सरकार से हाथ धोना पड़ा. जिसके बाद उन्होंने सार्वजनिक तौर पर माफ़ी मांगी और गंगा को उसका सम्मान दिलाने की सरकार से गुहार भी लगाई.
अब मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र ने गंगा के स्क्रैप चैनल के रावत सरकार के आदेश को खारिज कर दिया है जिसके बाद से कई राजनीतिक दल इस आदेश पर राजनीती की रोटी भी सेकते नजर आए.
हरिद्वार के हरकी पौड़ी क्षेत्र पर 63 दिनों से पुरोहित समाज ने भी धरना समाप्त कर दिया. राजनीती का शिकार हुई गंगा को आखिर इंसाफ मिल ही गया। जिसका श्रय अब बीजेपी,कांग्रेस और तीसरा विकल्प तलाश रही आम आदमी पार्टी लेने के चककर में लगी हुई हैं अब देखना होगा की आस्था की प्रतीक माँ गंगा और उसके भक्तों का आशीर्वाद किसे मिलता है.
(संवाद 365/नरेश तोमर)
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