हरिद्वार: क्लाइंट के मरने के बाद भी रही न्याय की लड़ाई जारी

February 15, 2021 | samvaad365

हरिद्वार के एक अधिवक्ता द्वारा मरणो उपरांत भी एक उनके क्लाइंट की आखिरी इच्छा को जिन्दा रखते हुए कोर्ट में लड़ाई जारी है, जिला न्यायालय हरिद्वार में वरिष्ठ अधिवक्ता अरविंद कुमार श्रीवास्तव द्वारा योजित प्रार्थना पत्र अंतर्गत धारा 156(3) सीआरपीसी थाना ज्वालापुर निवासी स्व. हुकुमचंद की हत्या का मुकदमा लड़ रहें है .

अधिवक्ता अरविंद श्रीवास्तव द्वारा बताया गया कि मृतक हुकुमचंद मृत्यु से पूर्व अपनी पत्नी पर अपनी हत्या करने का अंदेशा जताया गया था ,जिस के संबंध में उन्होंने कोतवाली ज्वालापुर व एसएसपी महोदय को अपनी मृत्यु से पूर्व ही प्रार्थना पत्र दिया गया था तथा इस संबंध में मृतक हुकुमचंद ने एक मुकदमा तलाक हेतु परिवार न्यायालय में भी योजित किया था ।जिसके बाद दिनांक 15 जुलाई वर्ष 2020  को हुकुमचंद की मृत्यु संदिग्ध परिस्थितियों में हो गई थी, जिसका कोतवाली ज्वालापुर पुलिस द्वारा पोस्ट मार्टम भी कराया गया था ,  मृतक की बहन की ओर से प्रार्थना पत्र न्यायालय ने स्वीकार कर मृतक  की दुसरी पत्नी व सौतेली पुत्री के विरुद्ध 156(3) सीआरपीसी दर्ज करने के आदेश पारित कर दिए हैं  संबंधित थानाध्यक्ष को आदेशित किया कि उक्त मामला दर्ज कर विवेचना कर रिपोर्ट न्यायालय में प्रेषित करना सुनिश्चित करे । ऐसे में सवाल ये खड़ा होता है की इंसाफ के लिए व्यक्ति को न्याय बहुत देरी से मिलता है कई बार हुकुमचंद की तरह न जाने कितने लोग न्याय तलाश में ऐसे ही चले जाते हैं.

(संवाद 365/नरेश तोमर)

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