हरिद्वार: गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय के भेषज विज्ञान विभाग में चल रहे औषधीय पादप महाकुंभ का हुआ समापन

May 1, 2021 | samvaad365

हरिद्वार: गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय के भेषज विज्ञान विभाग में चल रहे औषधीय पादप महाकुंभ का आज समापन हो गया, समापन समारोह में देश विदेश के वक्ताओं ने अपने विचार रखे एमिटी विश्वविद्यालय नोएडा के प्रोफेसर रविंद्र कुमार रैना सहित कई श्रोताओं ने कार्यक्रम में प्रतिभाग किया.

गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय के कुलपति रूप किशोर शास्त्री ने बताया कि भारतीय समाज में प्राचीन काल से ही रोजाना विभिन्न कार्यों के लिए औषधीय वस्तुओं का उपयोग किया जाता रहा है और कुंभ के दौरान गुरुकुल में साडे तीन महीनों से आयोजित होने वाला पादप महाकुंभ सफल रहा जिस तरह से आयुर्वेद की जानकारी देश के कोने कोने से लेकर विदेशों तक पहुंचाने के लिए मैं पूरी टीम को बधाई देता हूं भेषज विज्ञान के प्रोफेसर सत्येंद्र कुमार राजपूत ने बताया कि भारत की रसोई एक फार्मेसी का काम करती है तमाम जड़ी बूटियों का उपयोग मसालों के रूप में किया जाता है जो भोजन के साथ-साथ स्वास्थ्य बनाए रखने में सहायक होते हैं साथ ही उन्होंने कहा 35% कच्ची औषधियां उगाई जा रही है शेष 65% अच्छी योजना विभिन्न स्रोतों से जुटाई जाती हैं उन्होंने लोगों से औषघीय पौधों को हमेशा प्रयोग करते रहने का आह्वान किया साथ ही उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय के लिए खुशी की बात है कि हमने एक टीम के साथ मिलकर हरिद्वार ही नहीं देश के कोने कोने से लेकर विदेशों तक लोगों को आयुर्वेदिक पौधों के बारे में जानकारी दी ,आज कोविड के समय में ना जाने कितने ऐसे लोग हैं जो इन औषधीय पौधों से लाभ लेकर वैश्विक महामारी से लड़ रहे हैं और उनको उनका उसे लाभ भी मिल रहा है.

(संवाद365 , नरेश तोमर)

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