आज यानि 8 मार्च को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस मनाया जा रहा है. इस दुनिया में महिलाएं इतनी ही महत्वपूर्ण है जितना पुरुष जरूरी है. लेकिन फिर भी दुनिया की आधी आबादी कहा जाने वाले इस वर्ग को सम्मान और अधिकार प्राप्त करने के लिए लड़ना पड़ता है. हरिद्वार में कबड्डी खेल रही छात्रा ने बताया की खेलों द्वारा भी हम मजबूत बन सकते है. और अगर हम मजबूत होंगे तो हमें आगे बढ़ने से कोई नहीं रोक सकता.
बतौर शिक्षिका निवेदिता और शालिनी वर्मा का भी यही मानना है की अगर आजकल की लड़कियों पर नजर डालें तो हम पाते हैं कि ये लड़कियां आजकल बहुत बाजी मार रही हैं. इन्हें हर क्षेत्र में हम आगे बढ़ते हुए देखा जा सकता है. विभिन्न परीक्षाओं की मेरिट लिस्ट में लड़कियां तेजी से आगे बढ़ रही हैं. किसी समय इन्हें कमजोर समझा जाता था. किंतु इन्होंने अपनी मेहनत और मेधा शक्ति के बल पर हर क्षेत्र में प्रवीणता अर्जित कर ली है.
हरिद्वार/ नरेश तोमर