हरीश रावत ने किसानों के समर्थन में किया सरयू बगड़ में उपवास, कुली बेगार आंदोलन के 100 साल पूरे होने पर आंदोलनकारियों को भी किया याद

January 16, 2021 | samvaad365

पूर्व सीएम हरीश रावत ने बागेश्वर के सरयू बगड़ में 11 मिनट का मौन उपवास रखा. इससे पहले उन्होंने सरयू बगड़ में आयोजित एक सभा को संबोधित करते हयु कुली बेगार आंदोलन के 100 साल पूरे होने पर आंदोलनकारियों को याद किया.

उन्होंने कहा कि आज उन्होंने किसानों के आंदोलन के समर्थन में मौन व्रत किया है. शहीदों को याद किया, उन्होंने सरयू संगम तट से केंद्र और राज्य सरकार की गलत नीतियों के खिलाफ 100 बार जल भरकर जल संकल्प भी लिया. उन्होंने कहा की राजनीति में धन-बल का प्रभाव बढ़ता जा रहा है. जिसके खिलाफ मैं संघर्ष करने के लिए सरयू बगड़ से एक संकल्प लेकर जा रहा हूं.

वहीं आज की राजनीतिक हालातों पर तंज कसते हुए उन्होंने कहा कि कांग्रेस वाले ही अब मंत्र सिखा रहे हैं। सरयू बगड़ में कुली बेगार प्रथा के शताब्दी वर्ष पर आयोजित कार्यक्रम में पूर्व सीएम हरीश रावत ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी को पहली राजनीतिक हार कहीं मिली तो वह उत्तराखंड में थी. उन्होंने कहा कि उनके मन में दो काम ना कर पाने की टीस रह गई। दोबारा सीएम बनने का मौका मिला तो वह जरुर करुंगा। उन्होंने कहा कि पहला काम 16 हजार बेरोजगारों का नौकरी देने का काम दूसरा महिलाओं के लिए सार्वभौमिक पोष्टिक योजना. पांच साल भाजपा सरकार को होने वाले हैं लेकिन उन्होंने केवल 7 हजार बेरोजगारों को ही नौकरी दी  है. कांग्रेस सरकार में जिन बेरोजगारों को रोजगार मिलना था वह भी ठंडे बस्ते में डाल दिया.

(संवाद 365/हिमांशु गड़िया)

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