पूरे देश मे लगातार जलवायु परिवर्तन के चलते एक ओर जहां मौसम चक्र प्रभावित हो रहा है वही दूसरी तरफ अब जलवायु परिवर्तन का असर प्रवासी पक्षियों पर भी देखने को मिला है। हर साल जहां प्रवासी पक्षी विदेशों से अक्टूबर अंत या नवम्बर फर्स्ट तक उत्तराखण्ड के तराई इलाकों का रुख करते थे तो वही फरवरी 15 तक सभी विदेशी पक्षियों की अपने वतन वापसी हो जाती थी।
लेकिन इस बार जलवायु परिवर्तन के चलते जंहा मार्च तक मौसम में ठंड बनी हुई है। तो वही इस मौसम चक्र में परिवर्तन के चलते विदेशी पक्षी अभी भी उत्तराखण्ड के जलाशयों में नजर आ रहे है। वही वाइल्ड लाइफ विशेषज्ञ मिराज अहमद का कहना है कि जलवायु परिवर्तन के कारण बड़ी ठंड की वजह से विदेशी पक्षियों अपनी वतन वापसी के समय से 15 से 20 दिन बाद भी यहाँ नजर आ रहे है। तो कही ना कही जलवायु परिवर्तन ने मौसम के चक्र को प्रभावित कर विदेशी पक्षियों को भी प्रभावित करने का काम किया है। जो कि प्रवासी पक्षियों के अपने तय समय से अधिक समय तक उत्तराखण्ड में दिखने से साफ जाहिर हो रहा है।
यह खबर भी पढ़ें-घाटी के हंदवाड़ा में जारी है मुठभेड़, जवान शहीद
यह खबर भी पढ़ें- दून महिला अस्पताल में वित्त मंत्री प्रकाश पंत ने किया जन औषधि केंद्र का उद्घाटन
खटीमा- उधम सिंह नगर/दीपक चंद्रा