कारगिल दिवस : बागेश्वर में जिला सैनिक कल्याण विभाग ने शहीदों को किया याद,शहीदों की याद में रखा 2 मिनट का मौन

July 26, 2021 | samvaad365

बागेश्वर जिला सैनिक कल्याण विभाग के तत्वाधान में जनपद में कारगिल दिवस को शौर्य दिवस के रूप में शहीद स्मारक स्थल तहसील परिसर बागेश्वर में कोरोना संक्रमण के दृष्टिगत  ले0कर्नल जी.एस. विष्ट सहित जनप्रतिनिधियों एवं गणमान्य व्यक्तियों के द्वारा शहीद स्व0 नायक मोहन सिंह, शहीद स्व0 नायक राम सिंह बोरा एवं हरी सिंह थापा को श्रृद्धांजलि अर्पित की गयी। इस अवसर पर शहीद नायक राम सिंह बोरा के भाई सुबेदार बलवन्त सिंह को जिलाधिकारी एवं अन्य जनप्रतिनिधियों के द्वारा संयुक्त रूप से शाल एवं चन्दन का पौधा भेंट कर सम्मानित किया गया तथा शहीदों की याद में 02 मिनट का मौन रखा गया।

इस अवसर पर जिलाधिकारी विनीत कुमार ने कारगिल शहीदों को नमन कर श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि ऐसे वीर सपूत जिन्होंने विषम परिस्थितियों में अपने अदम्य साहस का परिचय देते हुए देश की सुरक्षा के लिए अपने प्राणों की आहूती दी है उन्हें एवं उनके परिजनों को हम नमन करते है। जिन्होंने ऐसे वीर सपूतों को पैदा किया है। उन्होंने कहा कि जो त्याग एवं समर्पण की भावना हमारे शहीदों में थी वह हर भारतीय नागरिक में होनी चाहिए ताकि हम अपने देश को नई ऊॅचाईयों एवं मुकाम तक पहुॅचा सके। उन्होंने यह भी कहा कि हमें आने वाले पीढ़ी में शहीदों के त्याग एवं समर्पण की भावना को जागृत करना है, ताकि वह अपनी देश की सुरक्षा, प्रगति एवं विकास के लिए अपना पूर्ण योगदान दे सके। उन्होंने कहा कि हमारा देश शहीद सैनिकों को उनके त्याग और बलिदान के लिए हमेशा याद रखेगा।

इस अवसर पर जिला सैनिक कल्याण अधिकारी ले0कर्नल जी.एस.विष्ट ने कारगिल शहीदों के जीवन परिचय ओैर उनके बलिदान एवं उनके द्वारा कारगिल युद्ध में किये गये संघर्षो के बारे मे विस्तार से जानकारी देते हुए कहा कि 1999 में हुए कारगिल युद्ध में भारतीय सेना ने अपने अदम्य सहास का परिचय देते हुए कारगिल युद्ध को जीता है। उन्होने कहा कि इस युद्ध में देश के 527 सैनिक शहीद हुए, जिसमें प्रदेश के 75 तथा जनपद के 3 सैनिक शहीद हुए। उन्होने कहा कि इस युद्ध में शहीद हुए जवानो के स्मृति में प्रत्येक वर्ष 26 जुलाई को कारगिल दिवस को शौर्य दिवस के रूप में मनाया जाता है। उन्होने कहा कि प्रदेश के सैनिको के सम्मान में राजधानी देहरादून में सैन्य धाम बनाया जा रहा है, जिसमें प्रदेश के शहीद हुए सैनिको के जन्म स्थान से मिट्टी लायी जायेगी यह कार्यक्रम आगामी माह सितम्बर से शुरू किया जा रहा है, जिसकी रूपरेखा  शासन स्तर से तैयार की जा रही है।

संवाद365,डेस्क

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