चारधाम विकास परिषद उपाध्यक्ष आचार्य शिव प्रसाद ममगाई पूर्व निर्धारित कार्यक्रमानुसार आज मंदिर समिति के देहरादून कैंप कार्यालय पहुंचे और मुख्यकार्याधिकारी बी.डी.सिंह के साथ यात्रा से पूर्व तैयारियों पर की गई वार्ता पर अग्रिम कार्यवाही नीतिगत न लेकर अनौपचारिक बैठक की गयी यात्रा को सुनिश्चित करने के लिये मिले। तथा यमुनोत्री धाम के उपाध्यक्ष जगमोहन उनियाल इस अवसर पर उन्होंने बताया कि लगातार दूसरी मुलाकात करनी पड़ी क्योंकि लोकसभा चुनाव के चलते आचार संहिता लगने की वजह से काफी समय निकल गया और चारधाम विकास परिषद उपाध्यक्ष का दायित्व लेते ही जिम्मेदारी से कार्यों की शुरूआत नहीं हो सकी और यात्रा शुरू होने में भी काफी कम समय बचा है।
चारधाम यात्रा की शुरूआत से पहले बिजली, पानी, सड़क और स्वास्थ्य आदि आवश्यक सेवाओं की सुविधा सरल की जानी है। इसके अलावा यात्रा पड़ावो पर विश्राम स्थलों के साथ संचारं व्यवस्थाओं को भी नियंत्रित किया जा सके इसका विशेष ध्यान रखते हुये कार्य व्यवस्था संचालित करने के साथ पेश आने वाली समस्याओं का समाधान कर पूर्व मुआयना भी करना है। इसके लिये सभी समिति अधिकारियों, पंडा-पुरोहित समाज के प्रतिनिधियों, स्थानीय जन प्रतिनीधियों, व्यापारियों और प्रशासनिक अधिकारियों के साथ चर्चा की गई है। आचार्य ममगाई ने बताया की उन्होंने स्वयं 2014 में 2013 मे आई आपादा की बरसी पर चारोंधामों में कथा प्रवचन कार्य किया हैं,
और अपने पूर्व अनुभवों को ध्यान में रखते हुये अब आपदा के बाद से सामान्य हुये हालातों से अब देश विदेशों से लोग यात्रा में बढ़-चढ कर शामिल होने लगे हैं। इसलिये उन पुरानी यादों को न भूलते हुये यात्रा के दौरान वाली समस्याओं को ध्यान में रखते हुये सभी कार्य समय पूर्व पूर्ण कर निरिक्षण भी करने होंगे। इस कारण सक्रियता बढ़ानी होगी।
वैसे भी आचार संहिता के चलते काफी समय बर्बाद हो चुका है। इस पर समय से कार्यवाही करते हुये ठोस कदम उठाने होंगे। आचार्य ममगांई जी के महत्व पूर्ण सुझावों पर स्वयं समिति के मुख्यकार्याधिकारी बी डी सिंह ने कहा कि त्वरित कार्यवाही की जाएगी और समिति के अधिकारी और कर्मचारियों के साथ बद्री नाथ केदारनाथ धामों मुरैना कर जुकाम हूँ समिति के समस्त कर्मचारि काम पर लगे हैं अपनें गन्तव्यों को रवाना हो चुके हैं इस अवसर पर जे पी सेमवाल, अजय बहुगुणा, आशुतोष ममगांई, अनिल ध्यानी, राकेश सेमवाल, प्रमोद नौटियाल, वंशिका नेगी अदि थे।
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देहरादून/काजल