पौड़ी में समस्त सफाई कर्मचारियो के हड़ताल में जाने से शहर की सफाई व्यवस्था अब पूरी तरह से चरमरा गई है, आलम ये है कि यहां बाजारों में गन्दगी का अंबार लगा हुवा है जो लोगो की दिक्कतों को बढ़ा रहा है । शहर की मुख्य सड़कों में छाई गन्दगी बीमारियो के खतरे को इस बरसाती सीजन में इन दिनों खुला न्योता भी दे रही है जिससे जनता का सड़को पर निकलना तक इन दिनों दुबर हो रहा है, वहीं सफाई का जिम्मा सभाले नगर पालिका भी सफाई कर्मचारियो के हड़ताल में चले जाने से कोई और वैकल्पिक व्यवस्था जुटाने में नाकाम ही सिद्ध हो पा रहा है।
नगर पालिका के अधिकारियो की माने तो उनके पास शहर की स्वच्छता के लिए सिर्फ सफाई कर्मचारी ही एक मात्र व्यवस्था थी लेकिन ये कर्मचारी भी हड़ताल पर चले गए हैं, जिससे सफाई व्यवस्था पटरी से उतरने लगी है । वहीं सफाई कर्मचारी संघ की माने तो वे 11 सूत्रीय मांगों को लेकर हड़ताल पर है जिस पर उन्होने शासन से उनकी मुख्य मांगो को मनवाने के लिए हड़ताल का सहारा लेना पड़ा है, सफाई कर्मचारियो ने पुरानी पेन्शन व्यवस्था को बहाल करने के ठेका प्रथा को समाप्त करने और संविदा सफाई कर्मचारियो को नियमति करने की मुख्य मांगो के साथ ही साथ ही सफाई कर्मचारियो को ड्रेस दिए जाने और बरसाती दिनों में बरसात से बचने के लिये भी रेन कोट दिए जाने समेत 11 सूत्रीय मांगों को लेकर अपनी हड़ताल शुरू की है ,जिसे सरकार के किसी ठोस नतीजे के बाद ही खत्म किया जाएगा।
संवाद365,भगवान सिंह
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