पिथौरागढ़ में जारी है बहुप्रतीक्षित आंवला घाट योजना निर्माण पर विवाद

January 14, 2019 | samvaad365

पिथौरागढ़ की बहुप्रतीक्षित आंवला घाट योजना निर्माण के बाद से ही विवादों के घेरे में है। तय मानकों से कम पानी लिफ्ट होने के कारण ये योजना अपना लक्ष्य प्राप्त नहीं कर पा रही है। पूर्व में उम्मीद जताई जा रही थी कि 12 एम एल डी की आंवलाघाट पेयजल योजना शहर और उससे सटे हुए गांवों की प्यास बुझा देगी लेकिन उद्घाटन के 6 महीने गुजरने के बाद भी योजना से जरूरत के मुताबिक पेयजल सप्लाई नहीं हो पा रही है। लगातार उठ रहे सवालों को देखते हुए जिलाधिकारी विजय जोगदण्डे ने एडीएम आर डी पालीवाल के नेतृत्व में जांच कमेटी का गठन कर दिया है। जांच कमेटी में जल निगम, जल संस्थान और जल निगम के यांत्रिक खण्ड के साथ ही विद्युत विभाग के अधिशाषी अभियंता को भी शामिल किया गया है। पिछले हफ्ते शासन ने योजना के सिविल डिवीजन का काम करने वाली कश्मीरी लाल कंस्ट्रक्शन पर सख्त कदम उठाते हुए काली सूची में डाल दिया है। जिलाधिकारी विजय जोगदण्डे ने बताया कि आंवला घाट योजना में डी पी आर के मानकों के मुताबिक काम किया गया है या नही इस बात की जांच की जाएगी। साथ ही उन्होने कहा कि आंवलाघाट योजना में अगर किसी भी प्रकार की अनियमितता पायी जाती है तो दोषियों के खिलाफ सख्त कदम उठाया जाएगा।

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पिथौरागढ़/मनोज चंद

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