पिथौरागढ़: एक बार फिर उत्तराखंड का मौसम करवट बदल रहा है और इस बार मौसम के बदलने की मार पिथौरागढ़ को झेलनी पढ़ रही है। पिथौरागढ़ के धारचूला क्षेत्र के ताकुला गांव में बादल फटने से एक पुल ढह गया है, पुल के ढहने के साथ ही 15 मवेशियों के बहने की भी खबर है, मौसम से मिली इस आफत की वजह से कई जगहों पर भूस्खलन भी हुआ है जिसकी वजह से कई लोग घर से बेघर हो चुके हैं।
जिस गांव में ये आपादामयी संकट मंडरा रहा है वो कैलाश मानसरोवर यात्रा मार्ग में पड़ता है, और ये मार्ग सामरिक दृष्टी से बेहद महत्वपूर्ण माना जाता है। वहीं ताकुला से लेकर घटियाबागड़ तक भारी भूस्खलन हुआ है। बताया जा रहा है कि खेल का खाली मैदान अब खाली नहीं है वह पूरी तरह से मलबे से भर चुका है। वहीं इस आपदा से प्रभावित हुए लोगों की मदद के लिए प्रशासन राहत बचाव कार्य में जुट चुका है। तहसील मुख्यालय धारचूला से राजस्व टीम गांव में पहुंच चुकी है। फिलहाल, ग्रामीणों को सुरक्षित जगह पहुंचाने का काम जारी है। गांव में संचार सेवा पूरी तरह से बंद हो चुकी है। वहीं गांव के बाहर बनाए जा रहे टैंट में आपदा से प्रभावित लोगों को शरण दी जाएगी। बताया जा रहा है कि इस आपदा की वजह से 60 से ज्यादा परिवार उजड़ चुके हैं। सड़के टूट चुकी है, पानी की लाइनें भी फूट गई हैं। नाले और नदियां दोनों एक हो चुकी हैं। इस पूरी घटना की वजह से गांव के लोगों में डर बैठ गया है। कुल मिलाकर अभी ग्रामीणों के लिए ये माहौल दशहत भरा है। बहरहाल, यहां के लोग अभी काफी परेशान है और उन्होंने सरकार से मुआवजा देने की गुहार लगाई है, ताकि वह दोबारा अपनी गृहस्थी को बसा सकें।
यह खबर भी पढ़ें-भारतीय थलसेना की शानदार पहल, अब बेटियों के लिए आसान हुई देश सेवा की राह
यह खबरभी पढ़ें-पहाड़ में शोक की लहर, 20 साल की अदाकारा रजनी का निधन, ऐसे हुई मौत…
संवाद 365/काजल