पर्दे के रावण अरविंद त्रिवेदी असल जिंदगी में राम के बहुत बड़े भक्त थे , उनका निभाया रावण किरदार सदैव लोगों के दिलों में जिंदा रहेगा

October 6, 2021 | samvaad365

अरविंद त्रिवेदी का बीती रात हार्ट अटैक आने के कारण निधन हो गया है । उनके निधन से पीएम मोदी सहित तमाम लोगो ने गहरा शोक व्यक्त किया है । आज रामायण का निभाए गए किरदार रावण  के अरविंद त्रिवेदी हमारे बीचे नहीं रहे , लेकिन उनका किरदार सदैव लोगों के दिलों में जिंदा रहेगा । चलिए बताते है आपको आखिर कौन थे अरविंद त्रिवेदी , इनका वास्तविक जीवन कैसा था ।

मध्यप्रदेश के इंदौर शहर में हुआ था जन्म 

अरविंद त्रिवेदी का जन्म 8 नवंबर 1937 को हुआ था। अरविंद ने भारत के मध्यप्रदेश के इंदौर शहर में जन्म लिया था । अरविंद त्रिवेदी असल जिन्दगी में भगवान राम के भक्त हैं । उनका बाल्य काल उज्जैन में बीता, जबकि उनके आगे की लाइफ गुजरात में गुजरी।अरविंद त्रिवेदी के पिता का नाम जेठालाल त्रिवेदी था । अरविंद की पत्नी का नाम नलिनी अरविंद त्रिवेदी है। अरविंद त्रिवेदी ने मुंबई से 12वीं क्लास की पढ़ाई की । एक्टर रामलीला के शौक़ीन थे और शाम को रामलीला देखने जाया करते थे। अरविंद के बड़े भाई का नाम उपेंद्र त्रिवेदी था, जो कि गुजराती फिल्मों में भी काम किया करते थे।  अपने बड़े भाई को देखते हुए अरविंद ने भी एक्टर बनने का फैसला किया।

कैसे हुई करियर की शुरूआत

करियर की शुरुआत में अरविंद गली-मोहल्ले में ही रामलीला में एक्टिंग करते थे। उनकी एक्टिंग से लोग काफी प्रभावित थे और हमेशा उनकी तारीफ करते थे।  रंगमंच पर अरविंद त्रिवेदी ने काफी नाम भी कमाया।  अरविंद त्रिवेदी करीब 300 से भी अधिक फिल्म्स में काम कर चुके हैं।  उन्होंने गुजराती भाषा की फिल्मों में काम किया जिससे उन्हें काफी पहचान मिली। जिसके बाद रामानंद सागर के शो रामायण में निभाया उनका किरदार घर-घर में प्रसिद्ध हो गया । उनकी दहाड़ मारती हंसी आज भी लोग नहीं भूले हैं । उनका निभाया रावण किरदार सदैव लोगों के दिलों में जिंदा रहेगा ।

असल जिदंगी में थे प्रभु राम के बहुत बड़े भक्त 

एक इंटरव्यू में अरविंद त्रिवेदी ने बताया था कि, ‘मैं असल जिंदगी में राम और शिव का भक्त हूं । जब मैं शूटिंग करता था तो पूरा दिन उपवास रखता था, क्योंकि मुझे बहुत दुख होता था कि मुझे श्रीराम को उल्टे सीधे शब्द बोलने हैं. मैं शूटिंग से पहले राम और शिव की पूजा करता था और शूटिंग खत्म होने के बाद कपड़े बदलकर अपना उपवास खोलता था । रिपोर्ट्स के मुताबिक, अपने शो रामायण के बाद वो अपने रावण के किरदार से काफी दुखी हुए क्योकि उसमें उन्होनें कई बार भगवान राम के लिए अपशब्द कहे, जिसका उन्हें काफी मलाल हुआ और उन्होंने अपने घर की दीवारों पर रामायण के दोहे और चौपाइयों लिखवाई और घर के बाहर एक बड़ा सा बोर्ड लगवाया और उस पर ‘श्री राम दरबार’ लिखवाया और जीवन भर प्रभु राम की पूजा करने लगे । अरविंद त्रिवेदी के मन मे यह संताप रहने लगा कि मैंने बार-बार प्रभु श्री राम को भले ही सीरियल में अपमानजनक शब्द कहे हैं तो उन्होने इसके प्रायश्चित के लिए हर साल रामायण का पाठ करवाना भी शुरू कर दिया था ।

संवाद365, रेनू उप्रेती 

 

 

 

 

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