जाने-माने मूर्तिकार और चित्रकार नवीन वर्मा ‘बंजारा’ का निधन

April 15, 2020 | samvaad365

अल्मोडां के जाने माने मूर्तिकार और चित्रकार नवीन वर्मा ‘बंजारा’ का सोमवार को निधन हो गया। वह 73 वर्ष के थे। वॉटर कलर और ऑयल पेंटिंग में पारंगत नवीन वर्मा ने अपनी कला के दम पर लोगों के बीच एक विशेष छवि बनाई थी। अल्मोड़ा स्थित विवेकानंदपुरी में रहने वाले नवीन वर्मा लोगों के बीच ‘बंजारा’ नाम से जान जाते थे। शहर के मशहूर कलाकार ‘बंजारा’ की अद्भुत कलाकृतियों में से एक अल्मोड़ा इंटर कॉलेज में देखने को मिलती है। जी हां, इस इंटर कॉलेज के प्रांगण में उन्होंने विवेकानंद की एक अनुपम प्रतिमा बनाई थी। जो निश्चित ही आने वाले समय में भी ‘बंजारा’ की याद दिलाती रहेगी। मशहूर जनकवि गिरीश तिवारी ‘गिर्दा’ भी ‘बंजारा’ को ‘गुरु’ कहकर सम्बोधित किया करते थे। नवीन वर्मा ‘बंजारा’ अल्मोड़ा इंटर कॉलेज में कला विषय के सहायक अध्यापक भी रहे। उनकी पत्नी इंदिरा वर्मा नगर पालिका सभासद भी रह चुकी हैं। ‘बंजारा’ के निधन पर उत्तराखंड परिवर्तन पार्टी के केंद्रीय अध्यक्ष पीसी तिवारी, रंगकर्मी मनमोहन चौधरी, छायाकार जयमित्र बिष्ट, दीवान मेहरा ने शोक व्यक्त किया।

उत्तराखंड संघर्ष वाहिनी के बैनर तले चलाए गए आंदोलनों में भी उनका खास योगदान रहा। इतना ही नहीं चिपको आंदोलन और वन बचाओ आंदोलन में भी ‘बंजारा’ ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया था। जिसके चलते वह लम्बे समय तक अल्मोड़ा जेल में रहे। जंगलों की नीलामी और औपनिवेशिक शक्ति के खिलाफ चले आंदोलन में भी उनकी सक्रिय भागीदारी रही। साल 1978 में ‘बंजारा’ बालम सिंह जनोटी, जगमोहन गुरुरानी, प्रखर सामाजिक कार्यकर्ता पत्रकार जगदम्बा प्रसाद जोशी समेत जेल में बंद रहे थे। यह जानकारी उत्तराखंड परिवर्तन पार्टी के केंद्रीय अध्यक्ष पीसी तिवारी ने दी।

(संवाद 365/ पुष्पा पुंडीर )

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