ऑल वेदर रोड के अंतर्गत ऋषिकेश-बद्रीनाथ राजमार्ग में चल रहे चौड़ीकरण के कार्य से लोगों को पहाड़ की तस्वीर बदलने की उम्मीद है लेकिन 90 प्रतिशत कार्य पूर्ण होने के बाद इसके उलट एनएच परेशानियों का कारण बन गया है, बार बार राजमार्ग बाधित होने के कारण रुद्रप्रयाग व चमोली दोनों जिलों में आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति भी समय पर नहीं हो पा रही है, इसके साथ ही राजमार्ग के कई जगहों पर लाखों की लागत से निर्मित पुस्ते भी ध्वस्त हो गए हैं, पहली ही बरसात में इन पुस्तों के ढह जाने से निर्माण कार्य की गुणवत्ता पर भी सवाल उठने शुरू हो गए हैं।
श्रीनगर-रुद्रप्रयाग के बीच सिरोबगड़, नरकोटा, खांखरा में राजमार्ग भूस्खलन जोन बन गया है, बीते एक माह से पहाड़ी से आए दिन गिर रहे मलबा व बोल्डर से घंटों यातायात बाधित हो रहा है, दरअसल हाईवे के चौड़ीकरण में मशीनों से कटिंग के बजाय विस्फोट किया गया, जिस कारण पहाड़ी पर दरारें पडने से भूस्खलन हो रहा है, वहीं डीएम का कहना है कि बद्रीनाथ हाईवे पर डेंजर जोन वाले स्थानों का ट्रीटमेंट किया जा रहा है, यहां पर आये दिन राजमार्ग बाधित हो रहा है। ऐसे में तीन से चार घंटे के भीतर राजमार्ग को खोलने के प्रयास किये जा रहे हैं। साथ ही हाईवे पर ध्वस्त हुए पुस्तों की जांच के लिए विभाग को निर्देश दिए गए हैं।
संवाद365,कुलदीप राणा आजाद