रूद्रप्रयाग: खंडहर पड़े घराट को युवक ने बनाया मॉडर्न घराट

November 6, 2020 | samvaad365

कोविड-19 से हुए लाॅकडाउन में प्रदेश से घर आए प्रवासी घराटों को पुर्नर्जीवित कर उन्हें रोजगार का जरिए बना रहे हैं। रूद्रप्रयाग जनपद के जखोली विकासखण्ड के सिरसोलिया गांव के 11वीं में पढ़ने वाले अमित भट्ट ने अपने प्रवासी चाचा शिव शंकर भट्ट के साथ मिलकर 25 सालों से बंद पड़े घराट को नये स्वरूप में विकसित कर स्वरोजगार का साधन बना दिया।

दरअसल सिरसोलिया गांव में करीब 35 परिवार रहते हैं। यहां के ग्रामीणें को गेहूँमंडुवा आदि की पिसाई के लिए दो किमी दूर पैदल जाना पड़ता था। ऐसे में 11वीं कक्षा के छात्र अमित भट्ट ने अपने गांव के पास बहने वाले सदाबहार गदेरे पर 25 सालों से बंद पड़े घराट को शुरू करने का बीड़ा उठाया। लाॅकडाउन में घर आए अमित के चाचा शिव शंकर भट्ट ने अमित को परामर्श दिया और दोनो ने मिलकर इस घराट में कुछ आधुनिक मशीनरी  से जोड़कर नये स्वरूम में विकसित कर दिया। पिछले अगस्त माह से इस घराट पर पिसाई आरम्भ की गई और आज पूरा गांव इसी घराट से पिसाई करवाता है।

आधुनिकता के इस दौर में पहाड़ के घराट विलुप्ती की कगार पर पहुँच चुके हैंदूरस्थ क्षेत्रों में कहीं इक्का.दुक्का घराट ही अब नजर आते हैंलेकिन सिरसोलिया गांव में की गई इस पहल से न केवल पहाड़ के इन घराटों का अस्तित्व पुर्नर्जीवित हो रहा है बल्कि रोजगार का एक बेहतर जरिया भी बन रहा है।

 

(संवाद 365/कुलदीप राणा आजाद)

यह भी पढ़ें-देहरादून: CM ने की जल जीवन मिशन की समीक्षा

55691

You may also like